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हिंद महासागर का रक्षा कवच बनी भारतीय सेना, दो दिन में दो जहाज बचाए

ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों द्वारा लाल सागर में मालवाहक जहाजों को निशाना बनाए जाने के कारण क्षेत्र में बिगड़ती सुरक्षा स्थिति को संभालने के लिए भारतीय नौसेना अरब सागर में एक वैश्विक रक्षा कवच बन कर उभरी है।

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Indian Army becomes the defense shield of Indian Ocean, rescues ships

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ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों द्वारा लाल सागर में मालवाहक जहाजों को निशाना बनाए जाने के कारण क्षेत्र में बिगड़ती सुरक्षा स्थिति को संभालने के लिए भारतीय नौसेना अरब सागर में एक वैश्विक रक्षा कवच बन कर उभरी है। ईरान से लेकर श्रीलंका और पाकिस्तान, जिस भी देश के नागरिक जहाज हिंद महासागर से लेकर अरब सागर में किसी संकट में घिरते हैं, उनके लिए भारतीय नौसेना ही भरोसे और रक्षा का मजबूत स्तंभ बनकर उभर रही है। पिछले दो दिनों में ही भारत ने अरब सागर में दो जहाजों के अपहरण की कोशिशों को सफलतापूर्वक विफल कर दिया है।
मंगलवार को नौसेना के प्रवक्ता ने सोशल मीडिया हैंडल पर बताया कि भारत ने सेशेल्स रक्षा बलों और श्रीलंकाई नौसेना के सहयोग से श्रीलंका के ही एक मछली पकड़ने वाले जहाज को सफलतापूर्वक बचाया। इसके लिए भारतीय नौसेना ने एक तरफ कोच्चि से युद्धपोत आइएनएस शारदा को अरब सागर में भेजा, दूसरी ओर अपहृत जहाज का पता लगाने के लिए हेल सी गार्जियन ड्रोन का इस्तेमाल किया। समन्वित प्रयासों के बाद तीनों समुद्री लुटेरों ने आत्मसमर्पण कर दिया और चालक दल के सभी छह सदस्य सुरक्षित हैं।

आइएनएस सुमित्रा का कमाल
इससे पहले अलग-अलग ऑपरेशन में, भारतीय नौसेना ने 36 घंटों से भी कम समय में दो अपहृत मछली पकड़ने वाले जहाजों और उनके चालक दल के सदस्यों को बचाया, जिनमें 17 ईरानी और 19 पाकिस्तानी सफलता पूर्वक बचाए गए। आइएनएस सुमित्रा ने सोमालिया के पूर्वी तट पर ईरानी ध्वज वाले मछली पकड़ने वाले जहाज अल नईमी पर समुद्री डकैती के प्रयास को विफल कर दिया और 19 पाकिस्तानी नागरिकों को सफलतापूर्वक बचाया। इसके अतिरिक्त, आइएनएस सुमित्रा ने 17 चालक दल के सदस्यों के साथ ईरानी ध्वज वाले मछली पकड़ने वाले जहाज, एफवी इमान को सोमाली समुद्री डाकुओं से बचाया था। इतना ही नहीं, भारतीय नौसेना ने एक बयान में बताया कि भारत की कार्रवाई से इन फिशिंग वेसल्स के दुरुपयोग को भी आगे के लिए रोका गया।

अदन की खाड़ी में बचाया चालक दल, बुझाई आग
इसके पहले, पिछले हफ्ते भी, भारतीय नौसेना के निर्देशित मिसाइल विध्वंसक आइएनएस विशाखापत्तनम ने अदन की खाड़ी में एक मिसाइल के हमले के बाद 22 भारतीय चालक दल के साथ एक वाणिज्यिक तेल टैंकर पर लगी आग को बुझाया था। वहीं, भारतीय नौसेना ने 5 जनवरी को उत्तरी अरब सागर में लाइबेरिया के झंडे वाले जहाज एमवी लीला नोरफोक के अपहरण के प्रयास को विफल कर उसके सभी चालक दल के सदस्यों को बचा लिया।

भारत ने किए हैं 10 युद्धपोत तैनात
गौरतलब है कि इस महीने की शुरुआत में, भारतीय नौसेना ने उत्तर और मध्य अरब सागर से लेकर अदन की खाड़ी तक फैले क्षेत्र में समुद्री कमांडो के साथ 10 से अधिक अग्रिम पंक्ति के युद्धपोतों को तैनात किया है और मजबूती से इलाके का रक्षा कवच बन कर उभरा है।