भारतीय डिग्री को अब एक देश मान्यता देने वाला है। इससे न सिर्फ वहाँ पढ़ाई करना, बल्कि नौकरी करना भी आसान हो जाएगा। कौनसा है वो देश? आइए नज़र डालते हैं।
दुनियाभर में अलग-अलग देशों में भारतीय लोग पढ़ाई करने या नौकरी करने के लिए जाते हैं। अब एक देश ने इस प्रक्रिया को आसान बना दिया है। इस देश में अब भारतीय डिग्री (Indian Degree) को मान्यता दी जाएगी। पढ़कर मन में सवाल आना स्वाभाविक है कि कौनसा है वो देश जहाँ भारतीय डिग्री को मान्यता दी जाएगी? जवाब है न्यूज़ीलैंड (New Zealand)। न्यूज़ीलैंड में भारतीय डिग्री को मान्यता देने से अब असेसमेंट देने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी।
न्यूज़ीलैंड ने भारत समेत 9 देशों के छात्रों और स्किल प्रोफेशनल्स के लिए इमिग्रेशन प्रोसेस आसान कर दिया है। इमिग्रेशन न्यूज़ीलैंड ने 'क्वालिफिकेशन एग्जेमप्ट फ्रॉम असेसमेंट' (एलक्यूइए) लिस्ट को विस्तार दिया है। अपडेटेड लिस्ट के बाद इसमें शामिल देशों के लोगों की विदेशी क्वालिफिकेशन को बिना 'इंटरनेशनल क्वालिफिकेशन असेसमेंट' के मान्यता दी जाएगी।
◙ भारत (India)
◙ फ्रांस (France)
◙ जर्मनी (Germany)
◙ इटली (Italy)
◙ सिंगापुर (Singapore)
◙ दक्षिण कोरिया (South Korea)
◙ श्रीलंका (Sri Lanka)
◙ स्वीडन (Sweden)
◙ स्विट्रज़लैंड (Switzerland)
न्यूज़ीलैंड के इस फैसले के बाद वहाँ पढ़ाई करना और नौकरी करना आसान हो जाएगा। नए नियम के तहत अब भारत समेत लिस्ट में शामिल अन्य सभी देशों के डिग्री होल्डर्स को स्किल माइग्रेंट कैटेगरी, ग्रीन लिस्ट और एक्रीडिटेड एंप्लॉयर वर्क वीज़ा जैसी कैटेगरी के लिए आवेदन करने पर इंटरनेशनल क्वालिफिकेशन असेसमेंट से गुजरने की जरूरत नहीं होगी। भारतीय वर्कर्स को इससे सबसे ज्यादा फायदा होने का अनुमान है, जिनमें से ज्यादातर ने भारत से ही डिग्री हासिल की हुई होती है। गौरतलब है कि न्यूज़ीलैंड भारतीय छात्रों को ज्यादा से ज्यादा संख्या में आकर्षित करना चाहता है।