
jay chaudhry (photo: zscaler)
भारतीय मूल के अरबपतियों (Billionaires) की संख्या अमेरिका (America) में सबसे अधिक हो गई है। भारत (India) ने इजरायल (Israel) को भी पीछे छोड़ दिया है। फोर्ब्स (Forbes) की ‘अमेरिका के सबसे अमीर प्रवासी 2025’ लिस्ट में भारत के 12 अरबपति शामिल हैं, जबकि इजरायल और ताइवान के अरबपतियों की संख्या 11-11 है।
अमेरिका में सबसे अमीर भारतीय जय चौधरी, जिनकी संपत्ति 1790 करोड़ डॉलर (1,53,414 करोड़ रुपए) है। हिमाचल प्रदेश के एक छोटे गांव में जन्मे जय ने IIT BHU से पढ़ाई की और बाद में यूनिवर्सिटी ऑफ सिनसिनाटी चले गए। यहां उन्होंने मास्टर्स की डिग्री हासिल की। इसके बाद अमेरिका में कई टेक्नोलॉजी कंपनियां शुरू की।
विनोद खालसा मूल रूप से पुणे के रहने वाले हैं। उन्होंने IIT दिल्ली से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। बाद में कार्नेगी मेलॉन यूनिवर्सिटी से मास्टर्स व स्टैनफोर्ड से MBA किया। उन्होंने 1982 में सन माइक्रोसिस्टम्स की स्थापना की। फिर वेंचर कैपिटल फर्म खोलसा वेंचर्स शुरू की।
राकेश मूल रूप से कोलकाता के रहने वाले हैं। वह इंडिगो एयरलाइंस के सह संस्थापक हैं। उन्होंने IIT कानपुर से पढ़ाई की। फिर व्हार्टन स्कूल से एमबीए किया। साल 2006 में उन्होंने राहुल भाटिया के साथ मिलकर इंडिगो की स्थापना की। यह भारत की प्रमुख विमानन कंपनी है।
रोमेश टी वाधवानी इस लिस्ट में चौथे पायदान पर हैं। उनकी नेटवर्थ- 500 करोड़ डॉलर है। इसके बाद राजीव जैन 480, कावितार्क राम 300, राज सरदाना 200, डेविड पॉल 150, निकेश अरोड़ा 140, सुंदर पिचाई 110, सत्य नडेला 110 और नीरजा सेठी 100 हैं।
फोब्र्स की रिपोर्ट बताती है कि अमेरिकी अरबपतियों में से 25% ने अपनी संपत्ति विरासत में पाई, जबकि प्रवासी अरबपतियों में से 93% ने अपनी दौलत खुद बनाई है। इनमें से 53 अरबपति टेक्नोलॉजी क्षेत्र से और 28 वित्त क्षेत्र से जुड़े हैं।
Published on:
11 Jul 2025 08:40 am
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