इज़रायल (Israel) और ईरान (Iran), दोनों देशों के एक-दूसरे पर हमलों का दौर शुरू हो चुका है। जंग का बिगुल बज चुका है और दोनों ही देश अब पीछे नहीं हटने वाले। शुक्रवार, 13 जून को तड़के सुबह इज़रायली सेना ने ईरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों पर एयरस्ट्राइक्स करते हुए हड़कंप मचा दिया। इसके बाद ईरान ने भी इज़रायल पर 100 से ज़्यादा ड्रोन्स दागे, जिन्हें इज़रायली एयरफोर्स ने मार गिराया। शुक्रवार की रात को इज़रायल ने एक बार फिर ईरान के परमाणु ठिकानों पर एयरस्ट्राइक्स की। इज़रायल के हमले का जवाब देने के लिए ईरान ने भी बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला किया। देर रात दोनों देशों के बीच जमकर जंग चली। इज़रायल ने अपनी सैन्य कार्रवाई को ‘ऑपरेशन राइज़िंग लॉयन’ नाम दिया, तो ईरान ने अपनी जवाबी कार्रवाई को 'ट्रू प्रॉमिस थ्री' नाम दिया।
इज़रायल की एयरस्ट्राइक्स से ईरान में 78 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में ईरानी सेना के प्रमुख कमांडर और ईरानी परमाणु वैज्ञानिक भी शामिल हैं। ईरान की स्टेट मीडिया ने इस बारे में पुष्टि की।
इज़रायली एयरस्ट्राइक्स की वजह से ईरान में 320 लोग घायल भी हो गए, जिसकी पुष्टि ईरान की स्टेट मीडिया की तरफ से की गई है। घायलों को नज़दीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहाँ उनका इलाज चल रहा है।
इज़रायली एयरस्ट्राइक्स में ईरान का नतांज़ परमाणु ठिकाना (Natanz Nuclear Facility) तबाह हो गया है। इस बात की पुष्टि अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (International Atomic Energy Agency - IAEA) ने भी की।
Updated on:
14 Jun 2025 11:03 am
Published on:
14 Jun 2025 11:00 am