Israel-missile stock crisis: इज़राइल और ईरान के बीच चल रही जंग (Israel-Iran War) के बीच इज़राइल के लिए एक बुरी खबर है। अमेरिकी रिपोर्ट (US report on Israel defense) में दावा किया गया है कि इज़राइल के पास बचा सिर्फ़ दस-बारह दिन का ही मिसाइल स्टॉक (Israel missile shortage) बचा है।अमेरिकी मीडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक़ इज़राइल के पास लंबी दूरी की मिसाइलों को रोकने वाले इंटरसेप्टर्स की संख्या बहुत तेज़ी से घट रही है (Israel-missile stock crisis) और मौजूदा हालात में यह प्रणाली केवल दस से बारह दिन और ही चल सकेगी। रिपोर्ट में एक अमेरिकी अधिकारी के हवाले से बताया गया है कि अगर ईरान ने मिसाइल हमलों की रफ़्तार इसी तरह बनाए रखी, तो इज़राइल को तय करना पड़ेगा कि किस मिसाइल को इंटरसैप्ट किया जाए और किसे नहीं। रिपोर्ट के अनुसार, यदि ईरान की ओर से मिसाइल हमलों की यही तीव्रता बनी रही, तो इज़राइली डिफेंस को यह फैसला लेना होगा कि किस मिसाइल को इंटरसैप्ट किया जाए और किसे नहीं।
अमेरिकी खुफिया स्रोतों के मुताबिक़, इज़राइल को हर रात मिसाइल डिटेक्शन, ट्रैकिंग और इंटरसेप्शन में लगभग $285 मिलियन (करीब 2400 करोड़ रुपये) का खर्च उठाना पड़ रहा है। यह गाइडेड इंटरसेप्टर मिसाइलों, रडार प्रणाली और टैक्टिकल ऑपरेशन्स को मिला कर आंकड़ा सामने लाया गया है, जो युद्ध की लागत को बहुत महंगा कर रहा है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका लगातार इज़राइल की मदद कर रहा है, लेकिन अगर यह जंग लंबी खिंचती है, तो वॉशिंगटन को अपनी सहायता रणनीति की समीक्षा करनी पड़ सकती है।
एक अधिकारी के हवाले से कहा गया है: "अगर स्टॉक इतना तेज़ी से खत्म होता रहा, तो हम तय नहीं कर पाएंगे कि संसाधन कहां भेजे जाएं – यूक्रेन, ताइवान या इज़राइल?"
इज़राइली सेना को अब मिसाइल इंटरसेप्शन में प्राथमिकता तय करनी पड़ेगी – क्या सिविल एरिया को बचाएं या सैन्य अड्डों को?
लोकप्रिय आइरन डोम ‘Iron Dome’ सिस्टम की कार्यक्षमता अब तक तो असरदार रही है, लेकिन लगातार बमबारी से इसके इंटरसेप्टर रॉकेट्स तेजी से घट रहे हैं।
इज़राइल को या तो अमेरिका और नाटो से त्वरित सप्लाई लेनी होगी, या अपना रक्षा उत्पादन रातों-रात बढ़ाना होगा।
इज़राइल के पूर्व सैन्य प्रवक्ता योनाथन कॉनरिकस: "यह बेहद चिंताजनक है कि युद्ध के इतने कम दिनों में ही हमारा एयर डिफेंस संसाधन खत्म होने के कगार पर है। यह वैश्विक साझेदारों के लिए भी चेतावनी है।"
ईरान के रिवोल्युशनरी गार्ड्स से जुड़े मीडिया बयान में दावा: "इज़राइल का डिफेंस ढांचा थक रहा है, हमारी रणनीति काम कर रही है। अब उन्हें सोच-समझकर जवाब देना होगा।"
अमेरिकी रक्षा विशेषज्ञ जॉन कर्बी ने कहा: "यूक्रेन और ताइवान पहले से अमेरिकी रक्षा सपोर्ट ले रहे हैं। अब इज़राइल की स्थिति हमें वैश्विक सहयोग की सीमा पर सोचने के लिए मजबूर करती है।"
क्या अमेरिका इज़राइल को अतिरिक्त इंटरसेप्टर मिसाइलें देगा?
- अगले सप्ताह वॉशिंगटन में उच्च स्तरीय डिफेंस मीटिंग संभावित है।
इज़राइल क्या अपने डोमेस्टिक डिफेंस प्रोडक्शन को त्वरित बढ़ाएगा ?
- राफेल डिफेंस (Rafael Defense) और एल्बिट सिस्टम्स (Elbit Systems ) को युद्धकालीन उत्पादन शिफ्ट में लगाया गया है।
ईरान की अगली रणनीति क्या होगी?
-अगर इज़राइल के डिफेंस सिस्टम कमजोर होता है, तो ईरान साइबर अटैक या ड्रोन स्ट्राइक का सहारा ले सकता है।
(इनपुट क्रेडिट : जेरूशलम पोस्ट, डिफेंस वीकली,रैंड कॉर्पोरेशन मिलिट्री ब्रीफ।)
Published on:
19 Jun 2025 05:24 pm