
Israel PM Benjamin Netanyahu
Israel Hamas Ceasefire: आखिर इजरायली सरकार ने हमास के साथ युद्धविराम समझौते को मंजूरी दे ही दी। अब ये समझौता 19 जनवरी यानी रविवार से लागू हो जाएगी। टाइम्स ऑफ़ इज़राइल की रिपोर्ट के मुताबिक शनिवार सुबह सरकार की तरफ से इस समझौते को मंजूरी दी गई है। बीते शुक्रवार इजरायल की कैबिनेट ने इस युद्धविराम समझौते को 24-8 के मत से पास किया था और सरकार से इसे अपनाने की सिफारिश की थी।
रिपोर्ट के मुताबिक अब ये समझौता गाजा (Gaza) में युद्ध विराम के पहले चरण की शुरुआत करेगा और इज़राइली बंधकों और फिलिस्तीनी कैदियों दोनों को रिहाई दिलाएगा। अब सरकार ने इस समझौते (Israel Hamas Ceasefire Agreement) को मंजूरी दे दी है, इसलिए इस सौदे के विरोधी फिलिस्तीनी बंधकों की रिहाई के खिलाफ उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर सकते हैं, हालांकि इस मामले में अदालत के दखल की संभावना नहीं है।
इज़राइली सरकार की बंधकों और लापता लोगों की समन्वय इकाई ने शुक्रवार को गाजा युद्ध विराम समझौते के पहले चरण में रिहा किए जाने वाले 33 इज़राइली बंधकों के परिवारों को खबर दे दी है। हालांकि इज़राइल को ये नहीं बताया गया है कि 33 में से कितने लोग जिंदा हैं। हालांकि, इजरायल ने ये उम्मीद जताई है कि उनमें से ज्यादातर लोग जिंदा हैं। युद्ध विराम के 7 दिन बाद इज़राइल को लिस्ट में शामिल सभी लोगों की पूरी रिपोर्ट मिलेगी। रिपोर्ट के मुताबिक, वापसी के लिए निर्धारित लोगों की पहचान हर रिहाई से 24 घंटे पहले दिए जाने की उम्मीद है।
इज़राइल का कहना है कि वर्तमान में गाजा में 65 और बंधक हैं, जिनमें कम से कम 36 की मौत की पुष्टि की गई है। जैसे-जैसे पहला चरण आगे बढ़ेगा, शांति वार्ता बाकी बचे बंधकों की रिहाई, युद्ध को खत्म करने और गाजा के भविष्य के पुनर्निर्माण पर केंद्रित होगी।
वहीं नेतन्याहू के गठबंधन सहयोगियों ने उन पर लड़ाई को खत्म करने के लिए सहमत ना होने का दबाव डाला है, बाकी बचे 65 बंधकों के परिवारों को डर है कि दूसरा चरण कभी नहीं हो सकता है, और उनके लोग आतंकियों के हाथों में ही रह जाएंगे।
बता दें कि इजरायल और हमास के बीच इस शांतिवार्ता में मध्यस्थता करने वाले अमेरिका और कतर दोनों ने बीते बुधवार को ऐलान किया था कि गाजा में 15 महीने से चल रहे युद्ध को खत्म करने के लिए एक समझौता हुआ है, जो हमास के 7 अक्टूबर, 2023 के हमले से शुरू हुआ था, जिसमें 1200 से अधिक नागरिक मारे गए और 250 से अधिक बंधक बनाए गए, जिनमें से लगभग 100 अभी भी कैद में हैं।
इस हमले के जवाब में, इज़राइल ने गाजा पट्टी में हमास के ठिकानों को निशाना बनाकर एक भीषण हमला किया, जिससे ये कार्रवाई एक दोतरफा युद्ध में बदल गई। इस जंग में बड़ी संख्या में फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत हुई जिसकी कई देशों और मानवीय समूहों ने निंदा भी की। बता दें कि गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक अब तक गाजा में 45,000 से ज्यादा लोग मारे गए हैं, जिनमें से आधे महिलाएं और बच्चे हैं।
Updated on:
18 Jan 2025 10:12 am
Published on:
18 Jan 2025 10:11 am
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