9 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

कनाडा में ‘खालिस्तान दूतावास’ बनाने से बिफरा भारत, कार्नी सवालों के घेरे में, ओटावा अब भी चुप क्यों ?

Khalistan embassy Canada India reaction: कनाडा के सरे शहर में खालिस्तान समर्थित ‘दूतावास’ की स्थापना ने भारत-कनाडा संबंधों को फिर से तनावपूर्ण बना दिया है।

2 min read
Google source verification

भारत

image

MI Zahir

Aug 08, 2025

Khalistan embassy Canada India reaction

कनाडा में बनाया गया 'खालिस्तान दूतावास। (फोटो:IANS.)

Khalistan embassy Canada India reaction: कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत के सरे शहर में एक बहुत चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां कथित "खालिस्तान गणराज्य के दूतावास" (Khalistan embassy Canada)की स्थापना की गई है। यह कदम भारत और कनाडा के पहले से ही तनावपूर्ण रिश्तों (India Canada diplomatic tensions)कोऔर अधिक बिगाड़ सकता है। नई दिल्ली ने इस घटना को भारत की संप्रभुता पर सीधा हमला (Khalistan embassy Canada India reaction) बताया है। ओटावा स्थित भारतीय उच्चायोग ने कनाडा सरकार से इस पर तत्काल कड़ी कार्रवाई की मांग की है। भारत पहले भी कनाडा पर ऐसे उग्रवादी तत्वों को (CSIS Khalistani extremists) संरक्षण देने का आरोप लगाता रहा है।

किस जगह खोला गया ये तथाकथित 'दूतावास'?

यह 'दूतावास' गुरु नानक सिख गुरुद्वारा, सरे में स्थित है। इस गुरुद्वारे की अगुवाई पहले हरदीप सिंह निज्जर किया करते थे, जिन्हें भारत में एक नामित आतंकवादी माना गया था। उनकी हत्या के बाद ही भारत-कनाडा रिश्तों में कूटनीतिक तनाव बढ़ा था।

सरकारी फंडिंग से मिला समर्थन ?

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस तथाकथित 'दूतावास' को ब्रिटिश कोलंबिया की प्रांतीय सरकार से 1.5 लाख अमेरिकी डॉलर की फंडिंग मिली है। कनाडा की एनडीपी सरकार पर पहले भी खालिस्तानी विचारधारा के प्रति नरमी बरतने के आरोप लगते रहे हैं।

कनाडा सरकार और नेताओं की चुप्पी क्यों ?

कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी और ब्रिटिश कोलंबिया के प्रीमियर डेविड एबी — दोनों ने अब तक इस संवेदनशील मामले पर कोई सार्वजनिक बयान नहीं दिया है। यह चुप्पी कई सवाल खड़े करती है।

भारत ने सौंपे पुख्ता सुबूत

भारत ने कनाडा को कई बार डोजियर सौंपकर बताया है कि वहां बैठे खालिस्तानी तत्व, भारत में आतंकी और गैंगस्टर नेटवर्क चला रहे हैं। इसके बावजूद कनाडा ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया है।

उल्टा भारत पर ही आरोप लगाए गए

कनाडा सरकार ने उल्टा भारत पर ही हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में संलिप्तता का आरोप लगाया था, जिससे दोनों देशों के संबंध और अधिक खराब हो गए थे।

कुछ ​चर्चा और विचार के पहलू

कनाडा में 'खालिस्तान दूतावास' का खुलासा, भारत ने जताई कड़ी आपत्ति।

सरे शहर में खालिस्तानी अड्डा बना गुरुद्वारा, ओटावा सरकार मौन।

खालिस्तान समर्थकों को कनाडा की फंडिंग? भारत ने उठाए गंभीर सवाल।

'खालिस्तान दूतावास' पर भारत का पलटवार, कनाडा से कार्रवाई की मांग।

कनाडा में उग्रवाद को समर्थन? भारत-कनाडा रिश्तों में नया तनाव।