
Mousa Abu Marzook
इज़रायल (Israel) और फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास (Hamas) के बीच 7 अक्टूबर, 2023 को शुरू हुए युद्ध में पिछले एक महीने से सीज़फायर लागू है। इस सीज़फायर समझौते के तहत हमास ने इज़रायल से अगवा किए सभी जीवित बंधकों को छोड़ दिया है, तो इज़रायल ने भी कई फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया है। सीज़फायर के लागू होने से अब दोनों पक्षों के बीच शांति चल रही है, लेकिन युद्ध के दौरान काफी तबाही भी मची है। इस युद्ध के चलते 46 हज़ार से ज़्यादा फिलिस्तीनियों की मौत हो गई और लाखों की संख्या में फिलिस्तीनी घायल हुए और विस्थापित भी। यह युद्ध हमास के हमले से शुरू हुआ था और जब हमास ने इज़रायल पर हमला किया था, तब हमास के नेताओं और आतंकियों के साथ ही आम जनता ने भी इसका जश्न मनाया था। लेकिन जैसे-जैसे युद्ध आगे बढ़ा, वैसे-वैसे उनके विचार बदलते गए।
इस युद्ध के बारे में अब हमास के नेता मूसा अबू मरजूक (Mousa Abu Marzook) के मिज़ाज बदल गए हैं। मूसा समेत सभी हमास नेताओं ने हमास के इज़रायल पर हमला करने का समर्थन किया था, लेकिन अब मूसा के सुर बदल गए हैं। एक अमेरिकी मीडिया कंपनी को दिए गए इंटरव्यू में मूसा ने कहा, "अगर मुझे पता होता कि हमास के इज़रायल पर किए गए हमले से फिलिस्तीनियों का ऐसा हाल होगा, इतनी बड़ी तबाही मचेगी और जान-माल का इतना नुकसान होगा, तो मैं कभी भी इसका समर्थन नहीं करता।"
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मूसा के इंटरव्यू पर हमास की तरफ से भी प्रतिक्रिया सामने आ गई है। हमास के प्रवक्ता ने कहा है कि मूसा के बयान को गलत तरीके से पेश किया गया है और उसने ऐसा नहीं कहा था जैसा बताया गया।
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Published on:
25 Feb 2025 02:45 pm
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