
Quantum Leap
Carbon Capture: पृथ्वी और पर्यावरण संरक्षण के लिए नित नए शोध हो रहे हैं। अब अमेरिकी वैज्ञानिकों ने एक पीले रंग का पाउडर बनाया है, जो हवा से कार्बन डाइऑक्साइड (Carbon capture technology) सोख लेगा। यह आधा पाउंड पाउडर एक पेड़ जितनी कार्बन सोख सकता है। पाउडर कार्बन को छेदों में फंसा लेता है, जिससे हवा में कार्बन की मात्रा कम होने लगती है। खास बात ये है कि सोखे गए कार्बन को सुरक्षित जगह पर संग्रहित किया जा सकता है। कोवेलेंट ऑर्गेनिक फ्रेमवर्क नामक यह पीला पाउडर बार-बार इस्तेमाल किया जा सकता है। इस शोध की रिपोर्ट साइंस जर्नल में प्रकाशित हुई है। हवा से कार्बन डाइऑक्साइड निकालना (CO2 removal) अभी बहुत चुनौतीपूर्ण है। इसके लिए हवा फिल्टर करना और बड़ी मात्रा में ऊर्जा की जरूरत के चलते इस पर व्यावहारिक काम नहीं हुआ (air purification) है। अभी तक पीले पाउडर का छोटे प्रयोगशालाओं में ही परीक्षण किया गया है, लेकिन अब इसका बड़े पैमाने पर इस्तेमाल करने की तैयारी है।
पीला पाउडर, COF-999, इस प्रयास को और भी बेहतर बना सकता है। सूक्ष्म छिद्रों से भरा यह पाउडर कार्बन डाइऑक्साइड के लिए स्पंज की तरह काम करता है। हवा पाउडर से होकर बहती है, लेकिन कार्बन डाइऑक्साइड अमीन नामक रसायनों द्वारा फंस जाती है, जो गर्मी लागू होने तक गैस से बंधे रहते हैं।
COF-999 पाउडर सूक्ष्म छिद्रों से भरा हुआ होता है, जो कार्बन डाइऑक्साइड को आकर्षित करता है। जब हवा इस पाउडर के माध्यम से बहती है, तो पाउडर में मौजूद अमीन नामक रसायन CO2 को पकड़ लेते हैं। यह प्रक्रिया पाउडर को एक प्रकार के "स्पंज" की तरह काम करने का मौका देती है, जो कार्बन डाइऑक्साइड को अपनी संरचना में फंसा लेता है। इस तरह से, पाउडर हवा में मौजूद कार्बन डाइऑक्साइड को प्रभावी ढंग से सोखता है।
विज्ञान, रोचक तथ्यों और अजब गजब चीजों के बारे में जानने के इच्छुक लोगों के लिए यह एक रोचक जानकारी है। यह पाउडर बार-बार उपयोग में लाया जा सकता है, जिससे इसे लंबे समय तक इस्तेमाल किया जा सकता है। संग्रहण: सोखे गए कार्बन को सुरक्षित जगहों पर संग्रहीत किया जा सकता है, जो कार्बन उत्सर्जन को स्थायी रूप से कम करने में मदद करता है। प्राकृतिक लाभ: आधा पाउंड पाउडर एक पेड़ जितना कार्बन सोख सकता है, जिससे यह पर्यावरण को स्वच्छ रखने में सहायक हो सकता है।
वर्तमान में, हवा से कार्बन डाइऑक्साइड निकालने की प्रक्रिया बहुत चुनौतीपूर्ण रही है, क्योंकि इसके लिए बड़ी मात्रा में ऊर्जा की जरूरत होती है और यह तकनीकी दृष्टिकोण से कठिन है। हालांकि, इस नए पाउडर का विकास इस प्रक्रिया को सरल और अधिक प्रभावी बना सकता है।
हालांकि, इस पीले पाउडर का अभी तक केवल छोटे प्रयोगशालाओं में परीक्षण किया गया है, वैज्ञानिक अब इसे बड़े पैमाने पर लागू करने की योजना बना रहे हैं। इस शोध से प्रदूषण कम करने और पर्यावरण को संरक्षित करने में मदद मिल सकती है। यह शोध "साइंस जर्नल" में प्रकाशित किया गया है और इसे कार्बन कैप्चर तकनीक के क्षेत्र में एक नई आशा के रूप में देखा जा रहा है। बहरहाल इस नए पाउडर के साथ, वैज्ञानिकों का उद्देश्य कार्बन डाइऑक्साइड के स्तर को कम करना और पृथ्वी के वायुमंडल में संतुलन बनाए रखना है, जिससे जलवायु परिवर्तन की समस्याओं का समाधान निकाला जा सके।
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Updated on:
01 Dec 2024 03:52 pm
Published on:
01 Dec 2024 03:48 pm
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