
Pakistan sent Weapons from Karachi to Bangladesh via sea India security in Danger
Pakistan Bangladesh: पाकिस्तान की आर्थिक राजधानी कराची से एक मालवाहक जहाज इसी सप्ताह 300 से ज्यादा कंटेनरों के साथ चटगांव पहुंचा है। इसी के साथ बांग्लादेश में 1971 के मुक्ति संग्राम के बाद पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच पहला सीधा समुद्री संपर्क स्थापित हो गया। इसी के साथ, इस घटनाक्रम से भारतीय सुरक्षा प्रतिष्ठानों में चिंता की नई लहर दौड़ गई। इसकी खास वजह है। बताया जा रहा है कि इसमें बढ़ी मात्रा में हथियार बांग्लादेश भेजे गए हैं। गौरतलब है कि शेख हसीना सरकार के सत्ता से बाहर होने के बाद बांग्लादेश में मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व में आई नई सरकार ने सीधे समुद्री संपर्क का स्वागत करते हुए पाकिस्तान के साथ व्यापार की मात्रा में वृद्धि की उम्मीद जताई।
दोनों देशों के नेताओं में UN की मीटिंग के दौरान मुलाकात भी हुई थी। यहां, युनूस ने रिश्तों में नया अध्याय शुरू होने की उम्मीद जताई थी। वहीं, ढाका में पाकिस्तान उच्चायोग ने इस कदम को 'द्विपक्षीय व्यापार में एक बड़ा कदम' के रूप में वर्णित किया है। यह विकास दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक रूप से कमजोर संबंधों में एक महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत है।
भारत के लिए गौर करने की बात ये है कि बांग्लादेश की मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार ने पाकिस्तान से तोपखाने के गोले, टैंक गोला-बारूद, विस्फोटक और प्रोजेक्टाइल ऑर्डर किए थे। इसके बाद, बांग्लादेश की सेना को पाकिस्तान से गोला-बारूद और हथियार की पहली खेप मिल गई है। बांग्लादेश और पाकिस्तान के बीच इस तरह की डील बहुत असाधारण है, क्योंकि दोनों देशों के संबंध ऐतिहासिक रूप से तनावपूर्ण रहे हैं।
भारतीय सुरक्षा विशेषज्ञों ने कहा है कि, 'चटगांव और मोंगला, दोनों ही बांग्लादेश के प्रमुख बंदरगाह हैं और दोनों ही पांच दशकों से पाकिस्तान की पहुंच से बाहर बने हुए थे... दोनों देशों के बीच व्यापार सिंगापुर या कोलंबो में ट्रांसशिपमेंट के जरिए होता था। लेकिन अब, भारत के पूर्वी और पश्चिमी पड़ोसियों के बीच इस तरह के प्रत्यक्ष समुद्री संपर्क से भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में अस्थिरता पैदा होने की आशंका है, क्योंकि ये राज्य बांग्लादेश के दक्षिण-पूर्वी तट से निकटता रखते हैं।
Published on:
16 Nov 2024 11:29 am
बड़ी खबरें
View Allविदेश
ट्रेंडिंग
