Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

पाकिस्तान के साथ ये क्या हो रहा है ? मुस्लिम देशों ने 50 पाकिस्तानियों को किया डिपोर्ट

Pakistanis Deportation: विदेशों में पाकिस्तान की साख घटी है और इनमें मुस्लिम देश भी शामिल हैं। कई देशों ने पाकिस्तानियों को उनके देश वापस भेज दिया है।

2 min read
Google source verification

भारत

image

MI Zahir

Feb 17, 2025

Pakistanis Deport

Pakistanis Deport

Pakistanis Deportation: पाकिस्तान के नागरिकों (Pakistanis) की हरकतों के कारण उन पर अब मुस्लिम देशों को भी भरोसा नहीं रहा।पिछले 24 घंटों में 9 देशों ने करीब 50 पाकिस्तानियों को देश से वापस भेज दिया (deportation) है, जिससे पाकिस्तान की विदेशों में साख और भी कमजोर हुई है। इसमें कई मुस्लिम देश ( Muslim Countries) भी शामिल हैं। इन देशों ने पाकिस्तानियों को विभिन्न कारणों से वापस भेजा है, जिसमें अवैध गतिविधियाँ (illegal activities) और नशीली दवाओं के मामले शामिल हैं।

सख्त प्रोटोकॉल का पालन करते हुए कड़ी नजर रखी

सऊदी अरब (Saudi Arabia) ने नशीली दवाओं के मामले में छह पाकिस्तानियों को वापस भेजा है, वहीं कराची में कम से कम 14 उमराह तीर्थयात्रियों को हवाई जहाज से उतारना पड़ा। जबकि मलेशिया और इराक ने अवैध प्रवेश करने के आरोप में चार पाकिस्तानियों को निर्वासित किया है। एक ही दिन में, करीब 47 पाकिस्तानियों को सऊदी अरब, अजरबैजान और सात अन्य देशों से निष्कासित कर दिया गया है। यह घटनाक्रम तब सामने आया है जब आव्रजन अधिकारियों ने सख्त प्रोटोकॉल का पालन करते हुए पाकिस्तानियों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी।

चार पाकिस्तानियों को वापस पाकिस्तान भेजा

सूत्रों के अनुसार, सऊदी अरब ने नशीली दवाओं की तस्करी के आरोप में छह पाकिस्तानियों को वापस भेजा है। वहीं, अजरबैजान ने चार अन्य पाकिस्तानियों को "अप्रिय" व्यक्ति घोषित कर उन्हें निर्वासित किया। मलेशिया और इराक ने अवैध तरीके से प्रवेश करने का प्रयास करने के आरोप में चार पाकिस्तानियों को वापस पाकिस्तान भेज दिया।

दो पाकिस्तानी नागरिकों को निर्वासित किया

इस दौरान, श्रीलंका और जिम्बाब्वे से भी दो पाकिस्तानी नागरिकों को निर्वासित किया गया। कराची के जिन्ना अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कम से कम 30 पाकिस्तानी यात्रियों को विमानों से उतार दिया गया। इनमें से 14 तीर्थयात्री थे, जो उमराह के लिए सऊदी अरब जा रहे थे, लेकिन उन्हें होटल बुकिंग और विदेश में खर्चों की कमी के कारण रोक लिया गया। इसके अलावा, दो यात्री जो यूनाइटेड किंगडम और अजरबैजान की यात्रा करने वाले थे, उन्हें भी हवाई अड्डे पर उतार दिया गया। वर्क वीजा पर यात्रा करने वाले 14 अन्य पाकिस्तानी यात्रियों को भी कई देशों जैसे इराक, मलेशिया और ईरान से वापस भेजा गया।

एफआईए की कार्रवाई

मॉरिटानिया से आने वाले पांच यात्रियों को हिरासत में लिया गया। इस बीच, जिन्ना अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) ने मॉरिटानिया से आने वाले पांच यात्रियों को हिरासत में लिया है। ये यात्री हफीजाबाद, गुजरांवाला और स्वात से हैं। प्रारंभिक जांच से पता चला कि इन यात्रियों ने यूरोप में अवैध यात्रा के लिए ट्रैवल एजेंटों को 2.5 से 3.5 मिलियन रुपये के बीच शुल्क दिया था।

पाकिस्तान लौटने का फैसला किया

इन यात्रियों ने पहले दुबई, सऊदी अरब और कतर के रास्ते मॉरिटानिया की यात्रा की थी, जहां से उन्हें अवैध रूप से यूरोप भेजने का प्रयास किया गया। हालांकि, यात्रियों ने अवैध समुद्री यात्रा करने से मना कर दिया और पाकिस्तान लौटने का फैसला किया। अब इन यात्रियों को कराची में मानव तस्करी विरोधी सर्कल में स्थानांतरित कर दिया गया है और आगे की जांच जारी है। एफआईए कराची जोन के निदेशक ने कहा कि यात्रा दस्तावेजों की जांच की जा रही है और मानव तस्करों और उनके मददगारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

ये भी पढ़ें: हिंद महासागर क्षेत्र में भारत का साथ देगा ये मुस्लिम देश, विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ क्या हुई चर्चा?

300 सड़कें बंद, 9,800 घरों के नलों में बूंद तक नहीं. ..अमेरिका में 10 साल बाद तूफान और बाढ़ ने मचाई भीषण तबाही, अब तक 10 की मौत