
Philippines Earthquake: फिलीपींस में एक बार फिर भूकंप (Philippines Earthquake) के झटकों ने लोगों को दहशत में डाल दिया है। वहीं 7 अक्टूबर 2025 को सुबह 10:25 बजे 4.9 तीव्रता का भूकंप (4.9 Magnitude Quake) आया, जिसकी गहराई 80 किलोमीटर मापी गई। अभी तक इस भूकंप से किसी जानमाल के नुकसान की खबर सामने नहीं आई है, लेकिन यह घटना क्षेत्र की भौगोलिक संवेदनशीलता को फिर से उजागर करती है। फिलीपींस प्रशांत महासागर के ‘रिंग ऑफ फायर (Ring of Fire Natural Disaster)’ क्षेत्र में स्थित है, जो भूकंप और ज्वालामुखी गतिविधियों के लिए जाना जाता है। इस क्षेत्र में बार-बार भूकंप आना आम बात है, लेकिन हाल के महीनों में इनकी तीव्रता और आवृत्ति ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। इससे पहले 30 सितंबर को आए भूकंप ने भारी तबाही मचाई थी, जिसमें 72 लोगों की जान गई थी और 300 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। उस भूकंप ने 1,70,000 से अधिक लोगों को प्रभावित किया था।
विशेषज्ञों ने बताया कि इसका केंद्र बोगो शहर से 19 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में था। पिछले भूकंप में बोगो शहर में 30 लोगों की मौत हुई थी, जबकि अन्य शहरों जैसे मेडेलिन, सैन रेमिगियो, और तबोगोन में भी कई लोगों ने जान गंवाई थी। फिलीपींस ज्वालामुखी एवं भूकंप विज्ञान संस्थान के अनुसार, हाल के दिनों में इस क्षेत्र में 600 से ज्यादा झटके दर्ज किए गए हैं, जो इस क्षेत्र की अस्थिरता को दर्शाता है।
इस बार के भूकंप ने भले ही ज्यादा नुकसान की खबर न दी हो, लेकिन यह स्थानीय लोगों के लिए एक चेतावनी है। विशेषज्ञों का कहना है कि ‘रिंग ऑफ फायर’ क्षेत्र में भूकंपीय गतिविधियां हमेशा सक्रिय रहती हैं, जिसके लिए बेहतर आपदा प्रबंधन और जागरूकता जरूरी है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हाल के भूकंप पर दुख जताते हुए फिलीपींस के लोगों के साथ एकजुटता दिखाई थी। उन्होंने घायलों के जल्द ठीक होने की कामना की और भारत की ओर से हर संभव मदद का भरोसा दिया।
यह घटना हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए कितनी तैयारी जरूरी है। फिलीपींस जैसे क्षेत्रों में जहां भूकंप और ज्वालामुखी गतिविधियां आम हैं, वहां इमारतों को भूकंपरोधी बनाने, चेतावनी प्रणाली को मजबूत करने और लोगों को जागरूक करने की जरूरत है। साथ ही, वैश्विक स्तर पर ऐसी आपदाओं से निपटने के लिए सहयोग और तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देना होगा।
फिलीपींस में एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस होने की खबर चिंताजनक है। 4.9 तीव्रता का यह भूकंप भले ही हाल के भूकंपों जितना विनाशकारी न हो, लेकिन यह क्षेत्र की भौगोलिक संवेदनशीलता को फिर से उजागर करता है। यह खबर हमें प्राकृतिक आपदाओं के प्रति सतर्क रहने और आपदा प्रबंधन की अहमियत को याद दिलाती है।
इस ताजा भूकंप के बाद कई सवाल उठ रहे हैं। क्या स्थानीय प्रशासन ने पहले के भूकंपों से सबक लिया है? क्या आपदा प्रबंधन की तैयारियां और मजबूत हुई हैं? भूकंप प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्यों की स्थिति क्या है? साथ ही, यह जानना जरूरी है कि भूकंप के इन लगातार झटकों से स्थानीय लोगों का जीवन कैसे प्रभावित हो रहा है।
फिलीपींस का ‘रिंग ऑफ फायर’ क्षेत्र में होना इसे भूकंप और ज्वालामुखी गतिविधियों के लिए अतिसंवेदनशील बनाता है। यह घटना हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि क्या वैश्विक स्तर पर ऐसे क्षेत्रों में बेहतर तकनीक और चेतावनी प्रणाली विकसित करने की जरूरत है। साथ ही, यह पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों पर भी सवाल उठाता है, जो प्राकृतिक आपदाओं को और बढ़ा सकता है।
बहरहाल फिलीपींस में आए इस भूकंप ने एक बार फिर दुनिया का ध्यान इस क्षेत्र की ओर खींचा है। यह खबर न केवल चिंताजनक है, बल्कि यह हमें प्राकृतिक आपदाओं के प्रति सजग रहने की याद दिलाती है। (IANS)
Published on:
07 Oct 2025 01:25 pm
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