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PM मोदी की साइप्रस यात्रा: IMEC और भारत-साइप्रस रिश्तों को नई उड़ान

PM Modi Cyprus Visit: प्रधानमंत्री मोदी की साइप्रस यात्रा भारत-साइप्रस द्विपक्षीय संबंधों को नई मजबूती देती है।

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भारत

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MI Zahir

Jun 15, 2025

PM Modi Surprise welcome in cyprus

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साइप्रस में। ( फोटो: एएनआई एक्स।)

PM Modi Cyprus Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Modi) की साइप्रस यात्रा से दोनों देशों के बीच मजबूत द्विपक्षीय संबंधों का संकेत मिलता है। इस यात्रा का उद्देश्य भारत और साइप्रस के बीच व्यापार, निवेश और अन्य क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देना है। मोदी और राष्ट्रपति क्रिस्टोडौलिडेस ने भारत-मध्य-पूर्व-यूरोप व्यापार गलियारे (IMEC) की संभावनाओं पर चर्चा की। यह परियोजना समुद्री और रेल मार्गों को जोड़कर भारत और यूरोप के बीच व्यापारिक संबंधों को सुदृढ़ करने का लक्ष्य रखती है। साइप्रस, जो 2026 की पहली छमाही में यूरोपीय संघ की परिषद की अध्यक्षता करेगा, इस परियोजना में एक महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदार बन सकता है। मोदी ने रविवार से साइप्रस की दो दिवसीय यात्रा शुरू की, जो भारतीय प्रधानमंत्री की इस द्वीप देश में दो दशकों में पहली यात्रा है। साइप्रस के राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडौलिडेस ने एयरपोर्ट पर पीएम मोदी का भव्य स्वागत किया।

साइप्रस पहुंच गया हूं : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भव्य स्वागत के लिए साइप्रस के राष्ट्रपति का आभार जताया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा, "साइप्रस पहुंच गया हूं। हवाई अड्डे पर मेरा स्वागत करने के विशेष सम्मान के लिए साइप्रस के राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडौलिडेस का आभार। यह यात्रा भारत-साइप्रस संबंधों को महत्वपूर्ण गति प्रदान करेगी, विशेष रूप से व्यापार, निवेश और अन्य क्षेत्रों में।"

साइप्रस का आतंकवाद के खिलाफ समर्थन

साइप्रस ने भारत के 'ऑपरेशन सिंदूर' की सराहना की है, जो पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर की गई कार्रवाई थी। साइप्रस ने इस हमले की निंदा की थी और संकेत दिया था कि वह यूरोपीय संघ स्तर की चर्चाओं में पाकिस्तान से उत्पन्न सीमा पार आतंकवाद का मुद्दा उठाएगा।

भारत का नया सुरक्षा सिद्धांत

प्रधानमंत्री मोदी ने 'ऑपरेशन सिंदूर' को भारत का आधिकारिक आतंकवाद विरोधी सिद्धांत घोषित किया है। उन्होंने कहा कि भारत अब आतंकवाद के खिलाफ अपनी शर्तों पर प्रतिक्रिया देगा और परमाणु धमकी को सहन नहीं करेगा ।

भारत की वैश्विक कूटनीति में सक्रियता

यह यात्रा भारत की वैश्विक कूटनीति में सक्रियता और यूरोपीय देशों के साथ संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा भारत की विदेश नीति को नई दिशा देने और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सक्रिय भूमिका निभाने की प्रतिबद्धता दर्शाती है।

दो दशक में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली साइप्रस यात्रा

दरअसल, यह दो दशक से अधिक समय में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली साइप्रस यात्रा है। साथ ही आतंकवाद के खिलाफ भारत की सफल सैन्य कार्रवाई 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद पीएम मोदी की पहली विदेश यात्रा है। साइप्रस ने पहलगाम आतंकी हमले की निंदा की थी और संकेत दिया था कि वह यूरोपीय संघ स्तर की चर्चाओं में पाकिस्तान से उत्पन्न सीमा पार आतंकवाद के मुद्दे को उठाएगा।

यह यात्रा दोनों देशों की साझा प्रतिबद्धता की पुष्टि करेगी

विदेश मंत्रालय के अनुसार, यह यात्रा द्विपक्षीय संबंधों को गहरा करने, भूमध्यसागरीय क्षेत्र और यूरोपीय संघ के साथ भारत के जुड़ाव को मजबूत करने के लिए दोनों देशों की साझा प्रतिबद्धता की पुष्टि करेगी।

क्रोएशिया की यात्रा के साथ पांच दिवसीय यात्रा का समापन होगा

उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री 15 से 19 जून तक साइप्रस, कनाडा और क्रोएशिया की आधिकारिक यात्रा पर हैं। 15-16 जून को साइप्रस दौरे के बाद पीएम 16 से 17 जून को कनानसकीस में जी7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए कनाडा जाएंगे। पीएम मोदी 18 जून को क्रोएशिया की आधिकारिक यात्रा के साथ पांच दिवसीय यात्रा का समापन करेंगे। अपनी यात्रा के दूसरे चरण में, प्रधानमंत्री मोदी जी7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए कनानसकीस जाएंगे।

मोदी के 16 जून को कनाडा पहुंचने की उम्मीद

प्रधानमंत्री मोदी के जी7 शिखर सम्मेलन के उद्घाटन के एक दिन बाद 16 जून को कनाडा पहुंचने की उम्मीद है। यह जी7 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी की लगातार छठी भागीदारी होगी।

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