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PM Modi ने Sunita Williams के धरती पर वापस लौटने पर किया स्वागत, साथ में फोटो शेयर कर कही यह बात..

PM Modi Welcomes Sunita Williams: सुनीता विलियम्स की धरती पर वापसी से हर कोई काफी उत्साहित हैं। 9 महीने के लंबे इंतज़ार के बाद अंतरिक्ष से धरती पर वापस लौटने पर सुनीता का हर देश के लोग स्वागत कर रहे हैं। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सुनीता का स्वागत किया है।

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भारत

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Tanay Mishra

Mar 19, 2025

PM Narendra Modi with Sunita Williams

PM Narendra Modi with Sunita Williams

सुनीता विलियम्स (Sunita Williams) 9 महीने से भी ज़्यादा समय अंतरिक्ष में बिताने के बाद अब धरती पर लौट आई हैं। उन्हें और बुच विल्मोर (Butch Wilmore) को 5 जून, 2024 को अंतरिक्ष में भेजा गया था। दोनों को सिर्फ 8 दिन के लिए ही अंतरिक्ष में भेजा गया था, लेकिन वापस लाने में 9 महीने लग गए। भारतीय समयानुसार आज, बुधवार, 19 मार्च को तड़के सुबह 3 बजकर 27 मिनट पर सुनीता की धरती पर लैंडिंग हुई, जिसमें उनके साथ बुच और क्रू-9 मिशन के निक हेग (Nick Hague) और अलेक्जेंडर गोर्बुनोव (Aleksandr Gorbunov) भी थे। चारों को एलन मस्क (Elon Musk) की स्पेस रिसर्च कंपनी स्पेसएक्स (SpaceX) का ड्रैगन कैप्सूल (Dragon Capsule) धरती पर वापस लाया। सुनीता और उनके साथ अन्य एस्ट्रोनाॅट्स के सुरक्षित धरती पर लौटने पर दुनियाभर से उन्हें शुभकामनाएं मिल रही हैं। भारत (India) के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने भी सुनीता के लिए शुभकामनाओं भरा संदेश भेजा।

पीएम मोदी ने सुनीता समेत क्रू-9 का किया स्वागत

पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर सुनीता के साथ अपनी एक पुरानी फोटो शेयर करते हुए लिखा, "आपका स्वागत है, क्रू-9। धरती पर सभी ने आपको मिस किया। अंतरिक्ष में रहना उनके धैर्य, साहस और असीम मानवीय भावना की परीक्षा रही है। सुनीता विलियम्स और क्रू-9 एस्ट्रोनॉट्स ने एक बार फिर हमें दिखाया है कि दृढ़ता का वास्तव में क्या मतलब है। बड़ी मुश्किल के आगे उनका अटूट दृढ़ संकल्प हमेशा लाखों लोगों को प्रेरित करेगा।"

"स्पेस एक्सप्लोरेशन का मतलब है मानवीय क्षमता की सीमाओं को आगे बढ़ाना, सपने देखने का साहस करना और उन सपनों को हकीकत में बदलने का साहस रखना। सुनीता विलियम्स, एक ट्रेलब्लेज़र और एक आइकन हैं, जिन्होंने अपने पूरे करियर में इस भावना का उदाहरण दिया है।"

"हमें उन सभी पर भी बहुत गर्व है जिन्होंने सभी एस्ट्रोनॉट्स की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए कठोरपरिश्रम किया। उन्होंने दिखाया है कि जब किसी चीज़ में सटीकता और जुनून एक-दूसरे से मिलते हैं और टेक्नोलॉजी का दृढ़ता से मेल होता है, तो बेहतरीन परिणाम मिलते हैं।"



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