पुलिसकर्मियों से ही था विवाद
पाकिस्तान की स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ट्रांसजेंडर्स के ग्रुप और पुलिस अधिकारियों के बीच रोज़ाना की रोक-टोक और तलाशी को लेकर विवाद हो गया था। जिस पर पुलिस तीन ट्रांसजेंडर्स समेत 4 लोगों को थाने ले आई। थाने में पहुंचने के बाद भी ये हंगामा जारी रहा। हीरा नाम के ट्रांसजेंडर ने आरोप लगाया है कि उन्हें रिहा करने से पहले उसका पुलिस स्टेशन में ही बलात्कार किया गया।
घटना के बाद ट्रांसजेंडर्स के समुदाय ने थाने पर बोला धावा
इस घटना का पता सब ट्रांसजेंडर समुदाय को लगा तो वो बीते रविवार को पूरे बल के साथ पुलिस थाने पहुंच गए और तोड़फोड़ मचाकर पुलिस अधिकारियों के साथ हाथापाई की। आरोप है कि इन प्रदर्शनकारियों ने थाने पर ईंट-पत्थर से भी हमला किया जिससे स्टेशन की इमारत को नुकसान पहुंचा है। साथ ही थाने के फर्नीचर को भी सड़क पर फेंका गया।
27 ट्रांसजेंडर्स के खिलाफ मामला दर्ज
माहौल गर्म होता देख मौक पर जिला पुलिस अधिकारी (DPO) सैयद असद मुजफ्फर पहुंचे और SP जांच के नेतृत्व में जांच का आदेश दिया। जांच के बाद पाकिस्तान के कानून की कई धाराओं के तहत 27 ट्रांसजेंडरों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया वहीं 20 लोगों पर भी मामला दर्ज किया है। हालांकि इनकी पहचान अभी नहीं हो सकी है। वहीं ट्रांसजेंडर से रेप के मामले में एक पुलिसकर्मी पर मामला दर्ज किया गया है हालांकि ट्रांसजेंडर ने कई पुलिसकर्मियों पर रेप का आरोप लगाया है। DPO असद मुजफ्फर ने कहा कि मोबाइल फोन फुटेज से पता चला है कि ट्रांसजेंडर्स और पुलिस के बीच प्रारंभिक समाधान हो गया था लेकिन जब बीते इनके समूह ने पुलिस स्टेशन पर धावा बोला तो स्थिति हिंसक रूप ले चुकी थी। जिसके बाद ये कार्रवाई की गई है।