26 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत 7 अन्य पड़ोसी देशों के राष्ट्राध्यक्ष SCO Summit में होंगे शामिल, इन मुद्दों पर हो सकती है बात

शंघाई सहयोग संगठन यानी एससीओ में आठ सदस्य देश शामिल हैं। इनमें चीन, रूस, भारत, पाकिस्तान, ताजिकिस्तान, उज्बेकिस्तान, कजाकिस्तान और किर्गिस्तान शामिल हैं। ताजिकिस्तान इस समूह का वर्तमान अध्यक्ष है।  

less than 1 minute read
Google source verification
sco summit.jpg

नई दिल्ली।

शंघाई सहयोग संगठन समारोह 17 सितंबर को आयोजित हो रहा है। इस शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी वर्चुअल तौर पर शामिल होंगे। वहीं, विदेश मंत्री एस. जयशंकर दुशांबे में हो रहे इस समारोह में मौजूद रहेंगे। इस समारोह में सात अन्य पड़ोसी देशों के राष्ट्राध्यक्ष भी शामिल हो रहे।

शंघाई सहयोग संगठन समारोह हाल में अफगानिस्तान में हुए घटनाक्रम को लेकर काफी महत्वपूर्ण है। अफगानिस्तान में बीस साल से मौजूद अमरीकी सेना ने देश छोड़ दिया और तालिबान ने वहां की सत्ता पर कब्जा कर लिया। माना जा रहा है कि इस शिखर सम्मेलन में अफगानिस्तान के मुद्दे को भी प्रमुखता से रखा जाएगा।

यह भी पढ़ें:-बिडेन मुझे काॅल करो: पाकिस्तानी पीएम इमरान खान अमरीकी राष्ट्रपति से हैं बेहद नाराज़

शंघाई सहयोग संगठन यानी एससीओ में आठ सदस्य देश शामिल हैं। इनमें चीन, रूस, भारत, पाकिस्तान, ताजिकिस्तान, उज्बेकिस्तान, कजाकिस्तान और किर्गिस्तान शामिल हैं। ताजिकिस्तान इस समूह का वर्तमान अध्यक्ष है। यह बैठक 16 से 17 सितंबर तक ताजिकिस्तान की राजधानी दुशांबे में आयोजित हो रही है। प्रधानमंत्री मोदी इस समारोह का नेतृत्व करेंगे और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इस समारोह में शामिल रहेंगे।

यह भी पढ़ें:- टाइम मैग्जीन ने बरादर को भी सौ प्रभावशाली लोगों की सूची में किया शामिल

बीते दो महीने में दुशांबे में शंघाई सहयोग संगठन के विदेश, रक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की कई बैठकें हुई हैं। कुछ दिन पहले ब्रिक्स देशों का 13वां शिखर सम्मेलन संपन्न हुआ है। इसकी अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी। अफगानिस्तान को लेकर चीन और पाकिस्तान तथा रूस की जो तिकड़ी अभी तक बन रही थी, अब उसमें से रूस बाहर निकलता दिखाई दे रहा है।