
Balochistan Train Hijack and Pannu
Sikhs for Justice: अमेरिका में सिखों की वैश्विक संस्था 'सिक्ख फॉर जस्टिस' ने बलूचिस्तान में ट्रेन पर हुए हमले (Balochistan train attack) में भारत के संलिप्त होने का दावा करते हुए कहा है कि अगर भारत (India) का हिसाब नहीं लिया गया, तो उनका अगला हमला और भी अधिक निर्दोषो की जानें ले सकता है। पाकिस्तान मूल की समाचार एजेंसी ग्लोबल टाइम्स मीडिया यूरोप के अनुसार, सिक्ख फॉर जस्टिस (Sikhs for Justice) के नेता गुरपतनत सिंह पन्नू (Gurpatant Singh Pannu)ने अपने सनसनीखेज़ बयान में कहा है कि बलूचिस्तान में ट्रेन पर हुए आतंकवादी हमले में भारत की खुफिया एजेंसी 'रॉ' का हाथ (RAW involvement) है।
उन्होंने अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं से भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और रॉ के खिलाफ कार्रवाई करने की अपील की है। पन्नू ने आरोप लगाया है कि भारत पाकिस्तान के खिलाफ गुप्त युद्ध रणनीति के ब्लू प्रिंट पर काम कर रहा है और मोदी का भारत केवल क्षेत्रीय खतरा नहीं, बल्कि यह एक पूरी तरह से आतंकवादी सरकार बन चुका है। मोदी सरकार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हिंसक दमन में संलग्न है।
गुरपतनत सिंह पन्नू ने कहा कि बलूचिस्तान ट्रेन हमला भारत के आक्रामक रक्षा सिद्धांत का प्रमाण है। भारत ने खुफिया आतंकवादी गतिविधियों से अपने पड़ोसी देशों को अस्थिर करने का उद्देश्य बना लिया है और वह विदेशी विरोधियों की हत्या, चरमपंथी गतिविधियों और सीमा पार आतंकवाद में शामिल है।
उन्होंने यह भी कहा कि मोदी ने भारत को राज्य प्रायोजित आतंकवाद का वैश्विक केंद्र बना दिया है, और रॉ की अनियंत्रित गतिविधियाँ दक्षिण एशिया को खतरे में डाल रही हैं। साथ ही राज्य हिंसा की खतरनाक वैश्विक मिसाल पेश कर रही है।सिक्ख फॉर जस्टिस के नेता गुरपतनत सिंह पन्नू ने कहा कि भारत की खुफिया एजेंसियों पर कूटनीतिक और सुरक्षा प्रतिबंध लगाए जाएं, क्योंकि अब दुनिया भारत की खुफिया आतंकवादी गतिविधियों पर आंखें मूंद कर नहीं बैठ सकती। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर भारत का हिसाब नहीं लिया गया, तो उनका अगला हमला और भी अधिक निर्दोषों की जानें ले सकता है।
गौरतलब है कि मंगलवार को पाकिस्तान के बलूचिस्तान के बोलान इलाके में, प्रतिबंधित बीएलए के विद्रोहियों ने क्वेटा से पेशावर जा रही 'जाफर एक्सप्रेस' पर हमला कर सैकड़ों यात्रियों को बंधक बना लिया था। सुरक्षा बलों ने दो दिन तक जारी ऑपरेशन के बाद हमले में शामिल सभी 33 हमलावरों को मार गिराया, जबकि ऑपरेशन के दौरान 21 यात्रियों की मौत हो गई थी। सुरक्षा सूत्रों का कहना है कि हमलावर अफगानिस्तान में अपने आकाओं के संपर्क में थे।
Updated on:
15 Mar 2025 06:23 pm
Published on:
13 Mar 2025 08:13 pm
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