
Situation of civil war in Pakistan between PM Shehbaz Sharif and Imran Khan
Pakistan: पाकिस्तान पर एक बार फिर गृहयुद्ध के बादल मंडराने लगे हैं। खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर ने शनिवार को कहा कि अगर उनके नेता और पूर्व पीएम इमरान (Imran Khan) खान को रिहा नहीं किया गया तो तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआइ) के कार्यकर्ता बंदूकें लेकर सड़कों पर उतरेंगे। उन्होंने इमरान खान से शांति की वकालत बंद करने का भी आग्रह किया। इमरान खान लंबे समय से जेल में बंद हैं और उनके खिलाफ जल्द ही सैन्य मुकदमे शुरू होने का अंदेशा है।
एबटाबाद में एक समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री गंडापुर ने कहा, इमरान खान! अल्लाह के लिए, शांति की वकालत बंद करो। जब हम हथियारों के साथ बाहर आएंगे, तो हम दिखा देंगे कि कौन भागता है। उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जब जेल में बंद पीटीआइ संस्थापक ने चेतावनी दी है कि अगर नवंबर में विरोध प्रदर्शनों की न्यायिक जांच सहित उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं तो वे आज से सविनय अवज्ञा आंदोलन शुरू करेंगे।
बता दें कि पहले ही पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पत्नी बुशरा बीबी और खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंदापुर के खिलाफ मामला दर्ज किया जा चुका है। शहबाज शरीफ की सरकार ने PTI को “अराजकतावादियों और तोड़फोड़ करने वालों” की पार्टी करार दिया है। बुशरा बीबी और गंदापुर के खिलाफ ये मामले सुरक्षाकर्मियों की हत्या और PTI के मार्च के दौरान संघीय राजधानी पर हमले से संबंधित हैं। वहीं अगर अब ये हिंसक प्रदर्शन फिर होता है तब शहबाज शरीफ की सरकार क्या कदम उठाती है ये देखने वाली बात होगी।
Published on:
16 Dec 2024 09:58 am
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