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Pakistan: बलूचिस्तान की आजा़दी को भारत का सहारा! पाक सेना-सरकार से बैखोफ होकर लगे ‘मोदी-मोदी’ के नारे

Pakistan: बलूचिस्तान में भारत के प्रधानमंत्री मोदी (Narendra Modi) के समर्थन में ये नारे लगाए गए। सड़कों पर उतरकर लोगों ने हाथों में बैनर लेकर नारेबाज़ी की इसके अलावा उन्होंने ये भी कहा कि बलूचिस्तान (Balochistan) आजाद होना चाहता है। हम बलूचिस्तान को पाकिस्तान में नहीं मानते हैं।

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Slogans raised in Balochistan in support of Indian PM Narendra Modi

Pakistan: दशकों से आज़ादी की आग में धधक रहा बलूचिस्तान (Balochistan) को भारत के प्रधानमंत्री मोदी का सहारा चाहिए। ये हम नहीं बल्कि खुद बलूचिस्तान की जनता कह रही है, बलूच कार्यकर्ता कह रहे हैं। दरअसल बलूचिस्तान में सैकड़ों की संख्या में बलूच कार्यकर्ता सड़क पर उतर आए हैं। उन्होंने हाथों में प्रधानमंत्री मोदी (Narendra Modi) के समर्थन दिखाते हुए बैनर पोस्टर ले रखे हैं। यही नहीं पाकिस्तान की सरकार और सेना से बिना डरे डंके की चोट पर वो मोदी-मोदी के नारे तो लगा ही रहे हैं साथ ही ये भी नारे लगा रहे हैं कि ‘कदम बढ़ाओ मोदी जी, हम तुम्हारे साथ हैं’। इस प्रदर्शन के वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहे हैं।

बलूच कार्यकर्ताओं ने नरेंद्र मोदी के समर्थन में प्रदर्शन  

इस वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि प्रदर्शनकारी बलूच कार्यकर्ता भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फोटो-पोस्टर के साथ तेज धूप में भारत के राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे के साथ नारेबाजी कर रहे हैं। वो नारे लगा रहे हैं- ‘बीजेपी आगे बढ़ो, हम तुम्हारे साथ हैं, कदम बढ़ाओ मोदी जी हम आपके साथ हैं’। इसी के साथ वो बलूचिस्तान को आजाद कराने की भी मांग यूरोपीयन यूनियन से उठा रहे हैं।

बलूचिस्तान में आए दिन हो रहे मोदी के समर्थन में प्रदर्शन 

बता दें कि बलूचिस्तान में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थन में इस तरह का प्रदर्शन कुछ नया नहीं है। बलूचिस्तान को आजा़द कराने मांग को लेकर बलूच कार्यकर्ता अक्सर इस तरह का प्रदर्शन करते नज़र आते हैं। बलूच कार्यकर्ता अब बलूचिस्तान को आजाद कराने के लिए आर या पार की लड़ाई पर उतर आए हैं। जिससे पाकिस्तान की सरकार गुस्से की आग में धधक रही है। कई बलूच कार्यकर्ता पहले भी कह चुके हैं कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उन्हें बलूचिस्तान को आजाद कराने की एक उम्मीद जगी है क्य़ोंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अक्सर अपने भाषणों में बलूचिस्तान की आजादी का जिक्र करते रहते हैं।

भारत-पाक के बंटवारे से ही है समस्या 

बता दें कि बलूचिस्तान के लोगों में पाकिस्तान सरकार की हमेशा से उनके प्रति दिखाई गई उदासीनता को लेकर जबरदस्त आक्रोश है। ये इलाका खनिज संपदा से भरा पड़ा है लेकिन पाकिस्तान की सरकारों की उदासीनता ने इस क्षेत्र को ना शिक्षा, स्वास्थ्य दिया और ना ही बिजली-पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं से लैस किया। गौरतलब है कि 1947 में बलूचिस्तान ने पाकिस्तान में विलय होने से साफ इनकार कर दिया था और खुद को आजाद रखने की ऐलान किया था लेकिन पाकिस्तान की सेना ने बलूचिस्तान पर हमला कर उस पर कब्जा जमा लिया था। तब से लेकर आजतक बलूचिस्तान अपनी आजादी की लड़ाई लड़ रहा है।

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