
Donald Trump
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) पर तमाम आपराधिक केस चल रहे हैं। इनमें 2020 में हुए चुनाव में धांधली के केस भी शामिल हैं। जिस पर कैपिटल हिल परिसर (Capitol Hill Violence) में जबरदस्त हिंसा हुई थी। अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने डोनाल्ड ट्रंप पर इस आपराधिक केस में छूट दिए जाने पर फैसला सुनाया और कहा कि पूर्व राष्ट्रपति को इस केस अपनी बेगुनाही साबित करने के लिए एक और मौका दिया जाना चाहिए। अब डोनाल्ड ट्रंप के इस मामले पर दोबारा 22 अप्रैल को सुनवाई होगी।
बेरोक-टोक कर सकते हैं चुनाव के लिए नामांकन
डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) पर सुनाया गया ये सुप्रीम फैसला उनके राष्ट्रपति चुनाव (U.S.A. Presidential Election) के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है, क्योंकि अभी दी गई राहत से ये अंदाजा लगाया जा रहा है कि उनका ये आपराधिक केस माफ कर दिया जाएगा और वो राष्ट्रपति चुनाव लड़ने के योग्य हो जाएंगे।
पहले निचली अदालत ने खारिज किया था दावा
बता दें कि कि सुप्रीम कोर्ट ने विशिष्ट वकील जैक स्मिथ के चलाए जा रहे आपराधिक मामले पर रोक लगा दी है, और अब अभियोजन से छूट के ट्रम्प के दावे को निचली अदालत के खारिज करने की समीक्षा की जाएगी। उन पर आरोप है कि जब डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति थे, तब उन्होंने जो बाइडेन (Joe Biden) को हराने के लिए गैर कानूनी तरीके से कई गतिविधियां की थीं। लेकिन कोर्ट ने अब जो फैसला सुनाया है, उससे माना जा रहा है कि डोनाल्ड ट्रंप अब रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से बगैर किसी रोक-टोक के राष्ट्रपति का नामांकन कर सकेंगे।
अब सुप्रीम कोर्ट ने जताई सहमति
बता दें कि विशेष वकील जैक स्मिथ ने अगस्त 2023 में चुनाव तोड़फोड़ मामले में ट्रम्प के खिलाफ चार संघीय आपराधिक मामले ट्रंप के खिलाफ दर्ज कराए थे। बीती 6 फरवरी को संघीय अपीलीय अदालत ने उन्हें झटका देते हुए उनके कानूनी प्रतिरक्षा के दावे को खारिज कर दिया था। लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट ने ट्रंप के इस दावे पर अपनी सहमति जता दी है।
क्या है कानूनी प्रतिरक्षा
अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) जिस कानूनी प्रतिरक्षा का दावा किया था, उसका मतलब है एक ऐसी कानूनी स्थिति से है, जिसमें किसी व्यक्ति या संस्था को कानून के उल्लंघन के लिए जवाबदेह नहीं ठहराया जा सकता।
Published on:
29 Feb 2024 10:57 am
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