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इस देश की प्रधानमंत्री को अदालत ने पद से हटाया, बॉर्डर विवाद में नैतिक दुर्व्यवहार के चलते गंवाई कुर्सी

Thailand's PM Removed From Office: अदालत ने आज थाईलैंड की प्रधानमंत्री को पद से हटा दिया हैं।

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भारत

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Tanay Mishra

Aug 29, 2025

Paetongtarn Shinawatra

Paetongtarn Shinawatra (Photo - Nation Thailand on social media)

थाईलैंड (Thailand) की प्रधानमंत्री पैतोंगटार्न शिनावात्रा (Paetongtarn Shinawatra) को पिछले महीने ही अदालत ने सस्पेंड किया था। नैतिक दुर्व्यवहार के चलते उन्हें पीएम पद से सस्पेंड किया गया था और मामले की जांच शुरू हो गई थी। अदालत ने इस दौरान फैसला सुनाया था कि जब तक शिनावात्रा के खिलाफ जांच चलेगी, तब तक वह पीएम पद की ज़िम्मेदारी नहीं संभालेंगी। उनकी जगह देश के डिप्टी पीएम फुमथम वेचायाचाई (Phumtham Wechayachai) को अंतरिम रूप से सरकार चलाने की ज़िम्मेदारी सौंपी गई थी। लेकिन आज अदालत ने शिनावात्रा को एक बड़ा झटका दे दिया है।

शिनावात्रा को अदालत ने प्रधानमंत्री पद से हटाया

थाईलैंड की संवैधानिक अदालत ने आज, शुक्रवार, 29 अगस्त को पहले से ही सस्पेंड चल रही शिनावात्रा को स्थायी रूप से उनके पद से हटा दिया है। उन्हें थाईलैंड-कंबोडिया के बीच बॉर्डर विवाद (Thailand-Cambodia Border Dispute) में नैतिक दुर्व्यवहार का दोषी पाए जाने पर पद से हटाया गया है। अदालत ने जब उन्हें सस्पेंड किया था तभी साफ कर दिया था कि दोषी पाए जाने पर शिनावात्रा को प्रधानमंत्री की कुर्सी गंवानी पड़ेगी। शिनावात्रा को प्रधानमंत्री पद से हटाए जाने के बाद अब देश में राजनीतिक अस्थिरता बढ़ सकती है।

क्या है पूरा मामला?

दरअसल थाईलैंड-कंबोडिया के बीच बॉर्डर विवाद के मामले में शिनावात्रा ने कंबोडिया के नेता हुन सेन (Hun Sen) से फोन पर बातचीत के दौरान अपने देश की सेना के कमांडर की आलोचना की थी। इस बात का खुलासा दोनों की फोन कॉल के लीक होने के बाद हुआ था। यह कॉल थाईलैंड और कंबोडिया के बीच बॉर्डर विवाद के दौरान कूटनीतिक पहल के दौरान लीक हुई थी। इस कॉल के लीक होने के बाद से ही थाईलैंड में शिनावात्रा के खिलाफ विरोध शुरू हो गया था। थाईलैंड में इसे गंभीर मामला माना जाता है क्योंकि सेना का वहां काफी प्रभाव है। दोनों देशों के बीच बॉर्डर विवाद के चलते कुछ दिन जंग भी चली थी, जिसमें 54 लोगों की मौत हुई थी। इनमें कंबोडिया के 8 नागरिक और 18 सैनिक थे। वहीं थाईलैंड के 13 नागरिक और 15 सैनिक इस जंग में मारे गए थे। दोनों देशों के कई लोग इस जंग में घायल भी हुए थे। हालांकि कुछ दिन बाद थाईलैंड और कंबोडिया में सीज़फायर हो गया था पर अभी भी दोनों देशों के बीच बॉर्डर विवाद खत्म नहीं हुआ है।