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रिपोर्टर ने ट्रंप से पूछा ऐसा सवाल, तिलमिलाए ट्रंप ने जवाब में कहा- Are You Stupid?

व्हाइट हाउस के पास 25 नवंबर को हुई गोलीबारी में एक नेशनल गार्ड सैनिक की मौत और एक घायल होने के बाद ट्रंप ने हमले को “आतंकवाद” बताते हुए बाइडन की अफगान निकासी पर निशाना साधा और अफगान इमिग्रेशन आवेदनों पर रोक लगाई।

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भारत

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Devika Chatraj

Nov 28, 2025

Donald Trump

अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप। (फोटो-ANI)

व्हाइट हाउस के नजदीक 25 नवंबर को हुई गोलीबारी में एक नेशनल गार्ड सैनिक की मौत हो गई, जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल है। इस घटना ने अमेरिका में अफगान शरणार्थियों के लिए तीखी राजनीतिक बहस छेड़ दी है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस हमले को "आतंकवाद का कृत्य" करार देते हुए पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडन की अफगान निकासी नीति को जिम्मेदार ठहराया है।

रिपोर्टर पर भड़के ट्रंप

बुधवार को व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बातचीत के दौरान, जब एक रिपोर्टर ने बाइडेन प्रशासन को इस घटना के लिए जिम्मेदार ठहराने पर सवाल किया, तो ट्रंप भड़क गए। "क्या तुम बेवकूफ हो? क्या तुम बेवकूफ इंसान हो?" – ट्रंप ने दो बार चिल्लाते हुए कहा। उन्होंने बाइडेन की अफगान निकासी को "गड़बड़" बताते हुए कहा, "वे हजारों ऐसे लोगों को विमान में भरकर ले आए जो यहां नहीं होने चाहिए थे। पूरा अफगानिस्तान का मामला एक गड़बड़ था। इनको तो आने ही नहीं देना चाहिए था।"

क्या है पूरा मामला?

25 नवंबर को दोपहर करीब 2 बजे वॉशिंगटन डीसी के फारगुट वेस्ट मेट्रो स्टेशन के पास, व्हाइट हाउस से महज कुछ ब्लॉक दूर, एक संदिग्ध ने दो वेस्ट वर्जीनिया नेशनल गार्ड के सदस्यों पर अचानक गोलीबारी शुरू कर दी। पीड़ितों की पहचान स्पेशलिस्ट सारा बेकस्ट्रॉम (20) और सार्जेंट एंड्र्यू वोल्फ (24) के रूप में हुई। दोनों सिर में गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए। बेकस्ट्रॉम ने गुरुवार शाम अस्पताल में दम तोड़ दिया, जबकि वोल्फ की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है।

लक्षित हमले की आशंका

संदिग्ध, 29 वर्षीय अफगान नागरिक राहमनुल्लाह लकानवाल, को मौके पर ही एक अन्य नेशनल गार्ड सदस्य ने गोली मारकर घायल कर दिया। वह अस्पताल में भर्ती है और हालात स्थिर है। लकानवाल पर हमला करने के इरादे से हत्या का प्रयास, हिंसा के दौरान हथियार रखने और अन्य आरोप लगाए गए हैं। एफबीआई इसे "लक्षित हमला" मान रही है और संभावित अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद की जांच कर रही है।

संदिग्ध का बैकग्राउंड

लकानवाल 2021 में अफगानिस्तान से अमेरिका आया था, जब अमेरिकी सेना की वापसी के बाद तालिबान ने सत्ता हथिया ली थी। वह बाइडन प्रशासन के "ऑपरेशन एलाइज वेलकम" कार्यक्रम के तहत शरणार्थी के रूप में प्रवेश किया, जो अमेरिकी सहयोगियों को सुरक्षित निकालने के लिए शुरू किया गया था। इस कार्यक्रम के तहत करीब 76,000 अफगानों को अमेरिका लाया गया। हालांकि, लकानवाल ने 2024 में शरण की अर्जी दी, जिसकी मंजूरी अप्रैल 2025 में ट्रंप प्रशासन के दौरान हुई।

अफगान नागरिकों के इमिग्रेशन पर रोक

ट्रंप ने हमले को "बुराई, नफरत और आतंक का कृत्य" करार दिया और संदिग्ध को "जानवर" कहा। उन्होंने तत्काल 500 अतिरिक्त नेशनल गार्ड ट्रूप्स डीसी भेजने का आदेश दिया। इसके अलावा, यूएस सिटिजनशिप एंड इमिग्रेशन सर्विसेज (यूएससीआईएस) ने अफगान नागरिकों के सभी इमिग्रेशन आवेदनों पर अनिश्चितकाल के लिए रोक लगा दी। ट्रंप ने कहा, "हमें बाइडेन के तहत आए हर अफगान अप्रवासी की दोबारा जांच करनी होगी, और जो यहां फिट न हो, उसे वापस भेजना होगा।"