अल्पसंख्यक भाषा के रूप में संवैधानिक दर्जा
भारत के बाहर, नेपाल, भूटान, सिंगापुर, मलेशिया, थाइलैंड, हांगकांग, फ़िजी, मॉरीशस, ट्रिनिडाड, गुयाना, सूरीनाम, इंग्लैंड, कनाडा, और अमेरिका में भी हिन्दी बोलने वालों की काफ़ी संख्या है। वहीं फ़िजी, गुयाना, सूरीनाम, टोबैगो, ट्रिनिडाड, और अरब अमीरात में हिन्दी को अल्पसंख्यक भाषा के रूप में संवैधानिक दर्जा प्राप्त है। इंटरनेशनल बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स में शामिल
हिन्दी दिवस (Hindi Diwas 2024) के अवसर पर आपको यह जान कर खुशी होगी कि हिन्दी, बांग्ला, संस्कृत, नेपाली, और उर्दू जैसी भाषाओं से कई तरह से मिलती-जुलती है। दुनिया भर की 176 यूनिवर्सिटीज़ में हिन्दी पढ़ाई जाती है, जिनमें से 45 यूनिवर्सिटीज़ अमेरिका में हैं। हिन्दी से जुड़ी एक दिलचस्प बात यह है कि ऑक्सफ़ोर्ड डिक्शनरी में ‘अच्छा’ शब्द शामिल है। उत्तर प्रदेश के बदायूं में रहने वाली ममता नौगरैया ने दुनिया की सबसे लंबी हिन्दी कविता लिखी है। इस कविता में 17,500 शब्द हैं और इसका नाम ‘जल बचाओ-कल बचाओ’ है। इसे इंटरनेशनल बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स में शामिल किया गया है।
हिन्दी का भारत ही नहीं, विदेशों में भी बोलबाला
हिन्दी दिवस पर विशेष (
Hindi Day Special ) बात यह है कि भारत में बड़े पैमाने पर बोली जाने वाली भाषा हिन्दी का भारत ही नहीं, विदेशों में भी बोलबाला है। एक रिपोर्ट के मुताबिक हिन्दी दुनिया के 150 से ज्यादा देशों में बोली जाती है। दिलचस्प बात यह है कि हिन्दी दुनिया भर के 200 से ज्यादा विश्वविद्यालयों में पढ़ाई जाती है। पूरी दुनिया की भारत में हिन्दी पट्टी में तो खूब हिन्दी बोली जाती है। इसके साथ ही पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत में हिन्दी बोलने वालों की तादाद लगातार बढ़ रही है। भाषा के मामले में भले ही दुनिया में हिन्दी बोलने वालों की तादाद भले ही तीसरे नंबर पर हो, लेकिन भारत के पड़ोसी देशों नेपाल, बांग्लादेश, पाकिस्तान व मलेशिया में खूब हिन्दी बोली जाती है।
हिन्दी की लोकप्रियता
हिन्दी की लोकप्रियता की बात करें तो यह देखा गया है कि अब इंटरनेशनल कंपनियां भी हिन्दी का लोहा मान चुकी हैं। सोशल मीडिया पर हिन्दी खूब लिखी और पढ़ी जाती है। गूगल ने हिन्दी ऐप लॉन्च कर दिया है। गूगल यह सुविधा देता है कि अगर आप अपने ब्राउजर में हिंदी में बोलेंगे तो उसका रिजल्ट उसी तेजी से आएगा, जितनी तेजी से अंग्रेजी में बोलने से आता है। कंप्यूटर पर हिंदी टाइपिंग के लिए कई साल पहले ही हिन्दी फॉन्ट भी आ चुका है। इसके अलावा गूगल ने हिन्दी ट्रांसलेशन की सुविधा दी है। आप गूगल की मदद से किसी भी भाषा से हिन्दी में आसानी से अनुवाद कर सकते हैं।
हिन्दी में विदेशी वेबसाइट
हिन्दी वेबसाइटों ने भी हिन्दी को आम लोगों तक पहुंचाने का बड़ा काम किया है। कई विदेशी मीडिया ने हिन्दी का लोहा माना और उन्होंने हिन्दी में काम करना शुरू किया। इनमें बीबीसी हिन्दी और डीडब्ल्यू शामिल हैं। हिंदी का लोहा ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी भी मानती है। एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल ऑक्सफोर्ड ने इंग्लिश डिक्शनरी में हिन्दी के लगभग 70 शब्द जोड़े हैं।
विश्व हिन्दी दिवस 10 जनवरी को
भारत सरकार ने हिन्दी भाषा के प्रचार प्रसार के लिए कई काम किए हैं। हिन्दी के प्रचार के लिए विश्व हिन्दी सम्मेलन का आयोजन किया गया। पहला सम्मेलन 10 जनवरी 1975 को हुआ, इसलिए 10 जनवरी को विश्व हिन्दी दिवस मनाया जाता है।