
Donald Trump and Kamala Harris in US Presidential Elections
Trump Vs Harris: अमरीका में राष्ट्रपति चुनाव पूर्व सर्वेक्षणों में डोनाल्ड ट्रंप और कमला हैरिस ( Kamala Harris) के बीच कांटे की टक्कर (Trump Vs Harris)देखी जा रही है। जबकि चुनाव के लिए करीब 150 घंटे शेष हैं, इस बीच अर्थशास्त्री क्रिस्टोफ बरॉड (Christophe Baraud) समेत पूर्वानुमान के कई मंचों से दावा किया गया है रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ( Donald Trump ) राष्ट्रपति चुनाव में धमाकेदार जीत की ओर बढ़ रहे हैं। पिछले 12 में से 11 सालों में ब्लूमबर्ग की आर्थिक पूर्वानुमान रैंकिंग में शीर्ष पर काबिज बरॉड दुनिया के सबसे सटीक अर्थशास्त्री के रूप में विख्यात हैं। बरॉड का यह पूर्वानुमान सट्टा बाजार जैसे पॉली मार्केट और फाइनेंशियल मार्केट सिग्नल्स समेत कई अन्य मैट्रिक्स पर आधारित है। बरॉड ने 5 नवंबर को होने वाले चुनाव में ट्रंप (Trump news) के नेतृत्व वाली रिपब्लिकन पार्टी के क्लीन स्वीप की तरफ इशारा किया है। बरॉड के मुताबिक, चुनावों में रिपब्लिकन पार्टी सीनेट में बहुमत हासिल कर लेगी।
इससे पूर्व पिछले 5 राष्ट्रपति चुनावों का सटीक पूर्वानुमान लगाने वाले मशहूर सांख्यिकीविद् नैट सिल्वर ने भी कमला हैरिस के खिलाफ ट्रंप की जीत का दावा करते हुए कहा था कि ट्रंप के चुनाव जीतने की संभावना 53.1 प्रतिशत है। राजनीतिक समाचार पत्र द हिल की डिसीजन डेस्क का भी यही अनुमान है कि इलेक्टोरल कॉलेज में बढ़त के आधार डोनाल्ड ट्रंप के जीतने का अनुमान 54 प्रतिशत है। जबकि द हिल और प्रोजेक्ट फाइव थर्टी एट के राष्ट्रीय सर्वेक्षणों के औसत के आधार पर कमला हैरिस अब भी ट्रंप पर करीब 1.5 से 3 प्रतिशत की बढ़त बनाए हुए हैं, लेकिन स्विंग स्टेट में ट्रंप अपेक्षाकृत बेहतर स्थिति में नजर आ रहे हैं।
अमरीका में राष्ट्रपति चुनाव करीब आने के साथ यह चिंता गहराती जा रही है कि चुनाव के बाद देश में व्यापक हिंसा देखने को मिल सकती है, विशेष ट्रंप के हारने की स्थिति में इसकी आशंका अधिक है। एसोसिएटेड प्रेस-एनओआरसी सेंटर फॉर पब्लिक अफेयर्स रिसर्च द्वारा किए गए ताजा सर्वेक्षण के निष्कर्ष दुनिया के सबसे पुराने लोकतंत्र में 10 में से 4 पंजीकृत मतदाताओं का कहना है कि वे नवंबर चुनाव के बाद परिणामों को पलटने के हिंसक प्रयासों के बारे में बेहद या चिंतित हैं और करीब 76 फीसदी मतदाताओं को चुनाव के बाद हिंसा की ज्यादा या अधिक आशंका सता रही है। इतना ही नहीं, लगभग 3 में से 1 मतदाता का कहना है कि वे स्थानीय या राज्य चुनाव अधिकारियों द्वारा परिणामों को अंतिम रूप देने से रोकने के प्रयासों के बारे में भी बहुत चिंतित हैं।
रविवार को अमरीका के जाने-माने अखबार वॉशिंगटन पोस्ट ने चुनाव में किसी भी उम्मीदवार का समर्थन करने से मना कर दिया था। पिछले चार-पांच दशक से चुनावों में किसी उम्मीदवार का समर्थन करते आए वॉशिंगटन पोस्ट के लिए यह बिल्कुल नई पहल थी। अखबार के पाठकों के अपने समाचार पत्र का यह रुख रास नहीं आया। माना जा रहा था कि वॉशिंगटन पोस्ट डेमोक्रेट उम्मीदवार कमला हैरिस का समर्थन करेगा। ऐसा नहीं करने पर, करीब 2 लाख से अधिक नाराज पाठकों ने पिछले करीब 72 घंटों में ही वॉशिंगटन पोस्ट की सदस्यता रद्द कर दी है।
चुनाव से करीब 7 दिन पहले तक अमरीका के 47 राज्यों और कोलंबिया जिले में 4.3 करोड़ से अधिक मत प्रारंभिक वोटिंग के जरिए डाले जा चुके हैं। सीएनएन, एडिसन रिसर्च और कैटालिस्ट द्वारा एकत्रित आंकड़ों के हवाले से यह दावा किया गया है।
चुनाव से ठीक पहले उप राष्ट्रपति कमला हैरिस वहीं से अमरीकी जनता को संबोधित करने जा रही हैं, जहां से ट्रंप ने अमरीकियों को चुनाव परिणाम पलटने के लिए भड़काया था। हैरिस का इरादा कैपिटल हिल के करीब स्थित एलिप्स इलाके में जनसभा का है। यहां हैरिस बताएंगी कि कैसे वह अमरीकियों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए काम करेंगी, जबकि रिपब्लिकन डॉनल्ड ट्रम्प केवल अपने लिए काम कर रहे हैं। गौरतलब है कि अमेरिका में भारतीयों की संख्या लगभग 4.5 मिलियन (45 लाख) के आसपास है। यह आंकड़ा विभिन्न स्रोतों के आधार पर भिन्न हो सकता है, लेकिन भारतीय अमेरिकी समुदाय तेजी से बढ़ रहा है और यह अमेरिका में एक महत्वपूर्ण अल्पसंख्यक समूह बन चुका है। अमेरिका में भारतीय अमेरिकी (Indo-American) मतदाताओं की संख्या लगभग 1.5 से 2 मिलियन (15 से 20 लाख) के बीच है। यह समुदाय चुनावी प्रक्रिया में सक्रिय रूप से भाग लेता है और विभिन्न मुद्दों पर अपने विचार व्यक्त करता है। पिछले चुनावों में, भारतीय अमेरिकी मतदाता महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं, विशेषकर राज्यों जैसे कैलिफोर्निया, न्यू जर्सी और टेक्सास में अहम भूमिका निभाई थी।
Updated on:
30 Oct 2024 12:57 pm
Published on:
30 Oct 2024 12:53 pm
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