
Donald Trump and Modi
Tariff Jabs: डोनाल्ड ट्रंप के कड़वे बोल के बाद भारत (India) अमेरिका से आयातित कुछ उच्च-स्तरीय वस्तुओं विशेष प्रकार के स्टील, महंगी मोटरसाइकिल और इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं पर टैरिफ में कटौती कर सकता है। इस तरह के कदम से संबंधित घरेलू उद्योगों पर कोई बड़ा प्रभाव पड़ने की संभावना नहीं है और इसकी पुष्टि शनिवार को हो सकती है, जब केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश करेंगी। ध्यान रहे कि भारत अमेरिका ( USA) से 20 वस्तुओं का आयात करता है जिन पर 100 प्रतिशत से अधिक शुल्क है। डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने तालियां बजाते हुए घोषणा की थी,हम उन बाहरी देशों और लोगों पर टैरिफ (Tariff) लगाने जा रहे हैं, जो वास्तव में हमें नुकसान पहुंचाते हैं। चीन भारत, ब्राज़ील और कई अन्य देश ज़बरदस्त टैरिफ-मेकर (tariff-maker ) हैं, (लेकिन) हम अब ऐसा नहीं होने देंगे… क्योंकि हम अमेरिका को पहले स्थान पर रखने जा रहे हैं।''
भारत (और चीन और ब्राज़ील) पर डोनाल्ड ट्रंप की व्यापक राय और 'उच्च टैरिफ' पर 20 नवंबर के चुनाव की तैयारी में सितंबर में की गई टिप्पणियाँ प्रतिध्वनित हुईं। "हम पारस्परिक व्यापार करने जा रहे हैं। यदि कोई हमसे 10 सेंट (शुल्क के रूप में) वसूलता है…यदि वे हमसे $2 का शुल्क लेते हैं…यदि वे हमसे 100 प्रतिशत या 250 प्रतिशत शुल्क लेते हैं… तो हम उनसे शुल्क लेते हैं। वही बात,'' उन्होंने अपने समर्थकों से कही।
उन्होंने कहा था"ये लोग (भारतीयों, चीनी और ब्राजीलियाई लोगों का जिक्र करते हुए) सबसे तेज हैं… वे इसका हमारे खिलाफ इस्तेमाल करते हैं। लेकिन भारत बहुत सख्त है, ब्राजील बहुत सख्त है… चीन सबसे ज्यादा सख्त है… लेकिन हम' टैरिफ के मामले में हम चीन का ख्याल रख रहे हैं। डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा से कुछ दिन पहले यह टिप्पणी की थी, हालांकि यह तब की बात है, जब जो बाइडेन राष्ट्रपति थे। और अब, डोनाल्ड ट्रंप के "जबरदस्त टैरिफ-निर्माता देश" वाले कड़े प्रहार के कुछ दिनों बाद मोदी अमेरिका का दौरा करने वाले हैं।
बहरहाल भारत के संदर्भ में, ट्रंप के बयान के बाद यह संभावना जताई जा रही है कि भारत कुछ अमेरिकी उत्पादों पर शुल्क में कटौती कर सकता है। यह कदम व्यापारिक टकराव को कम करने और द्विपक्षीय संबंधों में सुधार के उद्देश्य से उठाया जा सकता है। कुल मिलाकर, यह व्यापारिक नीति, अंतरराष्ट्रीय संबंधों और आर्थिक रणनीतियों से जुड़ा हुआ एक गंभीर मामला है, जहां दोनों देशों के लिए अपने-अपने घरेलू उद्योगों की रक्षा और व्यापार के असंतुलन को सुधारने के उपाय किए जा रहे हैं।
जब कोई देश या सरकार किसी दूसरे देश पर लगाए गए शुल्क (टैरिफ) के माध्यम से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से प्रतिस्पर्धा करने के लिए कुछ कदम उठाता है तो उसे "टैरिफ जैब" (Tariff Jab)कहते हैं । यह एक तरह से व्यापारिक नीति का हिस्सा है, जो देश की घरेलू उद्योगों की रक्षा के लिए किया जाता है। हालांकि, यह शब्द आम तौर पर व्यापार, अंतरराष्ट्रीय संबंधों या राजनीतिक संदर्भ में इस्तेमाल होता है।
Updated on:
29 Jan 2025 04:54 pm
Published on:
29 Jan 2025 04:53 pm
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