6 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

इज़रायली दूतावास के दो लोगों की हत्या, जल्द ही करने वाले थे दोनों सगाई

Attack On Israeli Embassy Staff Members: अमेरिका में इज़रायली दूतावास में काम करने वाले दो लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। इस घटना को एक आतंकी हमला बताया जा रहा है।

2 min read
Google source verification

भारत

image

Tanay Mishra

May 22, 2025

Two Israeli embassy staff members killed in USA

Two Israeli embassy staff members killed in USA (Photo - Washington Post)

अमेरिका (United States Of America) की राजधानी वॉशिंगटन डीसी (Washington DC) में बुधवार की देर रात (भारतीय समयानुसार गुरुवार की सुबह) को एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। अमेरिका में इज़रायली दूतावास (Israel Embassy) में काम करने वाले दो लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई ही। दोनों कैपिटल यहूदी म्यूज़ियम में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होने गए थे और जैसे ही वो म्यूज़ियम से बाहर निकले, एक बंदूकधारी हमलावर ने ताबड़तोड़ गोलीबारी करते हुए उन्हें मौत के घाट उतार दिया।


आरोपी गिरफ्तार, आतंकी हमले की आशंका

पुलिस ने इस घटना के कुछ देर बाद ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने इस घटना को अंजाम देने से पहले 'फिलिस्तीन को आज़ाद करो" का नारा लगाया और इज़रायली दूतावास में काम करने वाले दो लोगों पर ताबड़तोड़ गोलीबारी कर दी। पुलिस ने बताया कि जब वो मौके पर पहुंची, तब तक दोनों पीड़ितों की मौत हो चुकी थी। इस घटना के आतंकी हमला होने की आशंका जताई जा रही है और पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।

यह भी पढ़ें- इज़रायल का घातक प्लान मचा देगा तबाही! हो सकती है कई लाख लोगों की दर्दनाक मौत

जल्द ही होने वाली थी दोनों की सगाई

पुलिस ने बताया कि गोलीबारी में मरने वाले दोनों लोग एक कपल थे और जल्द ही दोनों की सगाई होने वाली थी। युवक ने सगाई के लिए प्रपोज़ करने के लिए एक अंगूठी भी खरीदी थी, लेकिन सगाई से पहले ही दोनों की हत्या कर दी गई। इससे अमेरिका में रह रहे यहूदियों के साथ ही इज़रायल में भी आक्रोश का माहौल है।

अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने की हमले की निंदा

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने इस हमले की निंदा की है। ट्रंप ने सोशल मीडिया पर लिखा, "वॉशिंगटन में हुई ये हत्याएं यहूदी-विरोधी भावना पर आधारित हैं और तुरंत खत्म होनी चाहिए। नफरत और कट्टरपंथ के लिए अमेरिका में कोई जगह नहीं है। पीड़ितों के परिवारों के प्रति मैं संवेदना व्यक्त करता हूं। यह बहुत दुखद है कि ऐसी घटनाएँ हो रही हैं। भगवान आप सभी का भला करे।"


यह भी पढ़ें- बलूचिस्तान आत्मघाती हमले में पाकिस्तानी सेना के झूठ का पर्दाफाश! बच्चे नहीं, सैनिक मारे गए