
UAE Coral Reef Restoration. Photo _ ANI.jpg
UAE Coral Reef Restoration: संयुक्त अरब अमीरात ने समुद्री जीवन के संरक्षण (UAE Coral Reef Restoration) की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। अबू धाबी में दुनिया की सबसे बड़ी प्रवाल भित्ति बहाली योजना (Marine Conservation UAE) के तहत 2030 तक 4 मिलियन प्रवाल कॉलोनियों (Coral Cultivation Projects UAE)को लगाने का लक्ष्य रखा गया है। यह पहल न केवल यूएई के समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र (Sustainable Marine Solutions UAE) को पुनर्जीवित करेगी, बल्कि ग्लोबल बायो डायवर्सिटी लक्ष्यों को भी समर्थन देगी। खाड़ी देशों में पहली बार, इस परियोजना में एआई-सक्षम रीसर्च टूल्स और बायो-इंजीनियर्ड रिफ स्ट्रक्चर का उपयोग किया जा रहा है, जिससे कृत्रिम प्रवाल भित्तियाँ प्राकृतिक प्रवालों से तीन गुना तेजी से समुद्री जीवन को आकर्षित कर सकेंगी।
यूएई अपने समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र की रक्षा और पुनर्स्थापन के लिए लगातार नई मिसालें कायम कर रहा है। प्रवाल भित्तियाँ न केवल समुद्री जीवन का आधार हैं, बल्कि वे तटों की सुरक्षा, मत्स्य व्यापार, और पर्यटन उद्योग के लिए भी अनिवार्य हैं।अबू धाबी के शासक प्रतिनिधि शेख हमदान बिन जायद अल नहयान के निर्देश पर, पर्यावरण एजेंसी – अबू धाबी (EAD) ने 2030 तक 900 हेक्टेयर में 4 मिलियन प्रवाल कॉलोनियों की खेती का लक्ष्य तय किया है।
"अबू धाबी कोरल गार्डन पहल" के तहत, 40,000 इको-फ्रेंडली रिफ स्ट्रक्चर तैनात किए जाएंगे जो 1,200 वर्ग किमी समुद्री क्षेत्र को कवर करेंगे। इन कृत्रिम भित्तियों से हर साल 5 मिलियन किलोग्राम मछली उत्पादन का अनुमान है। गौरतलब है कि शारजाह, दुबई, और फुजैरा जैसे अन्य अमीरात भी इस मुहिम से जुड़ चुके हैं, जहां स्थानीय परियोजनाएँ चल रही हैं – जैसे कि "दुबई रीफ" और खोरफक्कान में पायलट रिफ गुफाएं। जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण मंत्रालय के नेतृत्व में, पूरे देश में 55 प्रजातियों के प्रवालों को पुनर्स्थापित करने हेतु एक राष्ट्रीय मानचित्रण अभियान भी चलाया जा रहा है।
"यूएई न केवल प्राकृतिक संसाधनों को बचा रहा है, बल्कि भविष्य की पीढ़ियों के लिए समुद्री जीवन की समृद्धि की नींव भी रख रहा है। यह ग्रीन डिप्लोमेसी का मजबूत उदाहरण है।"- मरीन बायोलॉजिस्ट डॉ. अमीना अल शम्सी
इस परियोजना में एक अनोखा दृष्टिकोण यह भी है कि पर्यावरण संरक्षण अब पर्यटक आकर्षण और रोजगार का स्रोत बनता जा रहा है। अबू धाबी में कोरल टूरिज्म जोन विकसित किए जा रहे हैं, जहाँ लोग रिफ स्नॉर्कलिंग और मरीन सफारी का अनुभव ले सकेंगे।
यूएई की यह पर्यावरणीय यात्रा यहाँ खत्म नहीं होती। आगामी वर्षों में बायो डायवर्सिटी रिसर्च हब, प्रवाल अनुकूल प्रौद्योगिकी स्टार्टअप और समुद्री शिक्षा अभियानों को भी शामिल किया जाएगा।
विशेष जानकारी पर्यावरण एजेंसी – अबू धाबी (EAD) और Fujairah Adventures की ओर से प्रदान की गई है।
Published on:
17 May 2025 02:33 pm
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