
HMPV in Uk
UK on High Alert : यूके में रहस्यमयी वायरस एचएमपीवी (HMPV) के मामलों में तेजी से वृद्धि होने के कारण ब्रिटेन के स्वास्थ्य अधिकारी हाई अलर्ट पर हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, यह वायरस चीन ( China ) से उत्पन्न हुआ था और अब ब्रिटेन (UK) में फैल चुका है, जिसके कारण स्वास्थ्य विशेषज्ञों की चिंता बढ़ गई है। चीन में जैसे ही बुखार, खांसी और गले में खराश जैसे लक्षणों वाले लोगों की संख्या चरम पर पहुंच गई, वैसे ही अध्ययनों से पता चला कि "रहस्यमय बीमारी" पहले से ही ब्रिटेन ( Britain) में फैली हुई थी, जो कि यह थी। यूके की स्वास्थ्य और सुरक्षा एजेंसी की नई जानकारी के अनुसार, ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस के मामले फिर बढ़ रहे हैं।
ताजा अपडेट के मुताबिक एचएमपीवी पॉजीटिव केस बढ़ कर 4.9% हो गए हैं, जिसमें 80 वर्ष की आयु वाले बुजुर्गों में सबसे अधिक एचएमपीवी पॉजीटिव हैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि कुल मिला कर लगभग 7,826 नमूनों का परीक्षण किया गया था और यह आंकड़ा ब्रिटेन के बढ़ते मामले रोकने के लिए "फेस मास्क पहनने पर विचार करने" के लिए कहे जाने के कुछ ही सप्ताह बाद आया है। ब्रिटेन में एचएमपीवी (ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस) वायरस के मामलों का यूके हेल्थ सिक्योरिटी एजेंसी (UKHSA) की ओर से की गई निगरानी और परीक्षण से पता चला। एजेंसी ने रिपोर्ट किया कि एचएमपीवी के मामलों की पॉजीटिविटी दर बढ़ कर 4.9% हो गई है, जिसमें 80 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों में सबसे अधिक पॉजीटिविटी दर 7.3% पाई गई। यूके स्वास्थ्य और सुरक्षा एजेंसी (UKHSA) ने एचएमपीवी मामलों में वृद्धि की पुष्टि की है।
ध्यान रहे कि एनएचएस इंग्लैंड के मुख्य कार्यकारी अमांडा प्रिचर्ड ने भी एनएचएस पर सर्दियों की बीमारियों के प्रभाव के बारे में पर चिंता जताई थी। एचएमपीवी वायरस के मद्देनजर, देश के उत्तरी प्रांतों में मामले बढ़ने के बाद चीन को कथित तौर पर आपातकालीन उपाय लागू करने के लिए मजबूर होना पड़ा। सोशल मीडिया पोस्टों से पता चला कि अस्पताल के वार्ड छोटे बच्चों से भरे हुए थे क्योंकि छोटे बच्चे इस भयानक बीमारी की चपेट में आ गए थे, जिनमें कोविड जैसे लक्षण दिखाई दे रहे थे।
एनएचएस इंग्लैंड के मुख्य कार्यकारी अमांडा प्रिचर्ड ने कुछ अरसा पहले ही सर्दियों की बीमारियों के कारण स्वास्थ्य सेवाओं पर बढ़ते दबाव के बारे में गंभीर चिंता व्यक्त की थी। उन्होंने कहा कि इस समय हमारे फ्रंटलाइन स्टाफ के लिए यह कितना कठिन है, इसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है। हम वास्तव में फ्लू और अन्य वायरस से होने वाली मौतों को लेकर चिंतित हैं।
Updated on:
28 Jan 2025 01:50 pm
Published on:
28 Jan 2025 01:44 pm
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