
यूक्रेन ने रूस पर अब तक का सबसे बड़ा ड्रोन हमला किया है। (फोटो: एक्स)
Ukraine drone strike on Russian airbases: यूक्रेन ने रूस के दो रणनीतिक एयरबेस पर भीषण ड्रोन अटैक (Ukraine drone strike) कर भारी नुकसान पहुंचाया है। यह अब तक का सबसे बड़ा हमला (Russian airbase attack) माना जा रहा है, जिससे रूस की एयर डिफेंस प्रणाली पर गंभीर सवाल उठे हैं। सूत्रों के मुताबिक, यूक्रेन ने रूस के एंगल्स एयरबेस (Engels Kursk drone strike) और कुर्स्क मिलिट्री बेस (Kursk Military Base) को टारगेटेड ड्रोन स्ट्राइक से तबाह कर दिया। ये दोनों एयरबेस रूस की रणनीतिक लंबी दूरी की बमवर्षक क्षमता की रीढ़ माने जाते हैं।
50 से ज़्यादा ड्रोन तड़के 3 बजे रूस की एयरस्पेस में दाखिल हुए। कई शॉर्ट-रेंज मिसाइलों और loitering munitions का इस्तेमाल किया गया। हमले से दोनों एयरबेस में भारी आगजनी हुई और 7 विमान जल कर खाक हो गए। वहीं 14 से ज़्यादा सैन्यकर्मी घायल, कई लापता हैं।
यह हमला उस समय हुआ जब रूस की वायु रक्षा प्रणाली मासिक रूटीन सर्विसिंग में थी। विशेषज्ञों के अनुसार,"यूक्रेन ने न सिर्फ समय का चयन सटीक किया, बल्कि रूस की वायु सुरक्षा में बड़ी खामियों को उजागर कर दिया है।"
यूक्रेनी सेना अब युद्ध को रूस के अंदर ले जाने की नीति पर चल रही है। रक्षा विश्लेषण कहता है: “ये हमला प्रतीक है - कीव अब सिर्फ रक्षा नहीं कर रहा, वो मास्को की सैन्य आत्मा को सीधे निशाने पर ले रहा है।”
रूस के रक्षा मंत्रालय ने हमले की पुष्टि की है लेकिन नुकसान को "मामूली" बताया है। हालांकि रूसी सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीरें और वीडियो कुछ और ही कहानी बयां कर रहे हैं — जलते रनवे, उड़ते विमान, और घबराए जवान।
इस हमले ने यूरोप और अमेरिका में चिंता की लहर दौड़ा दी है।
क्या अब रूस जवाबी न्यूक्लियर विकल्पों की ओर झुकेगा?
क्या यह हमला नाटो को और खींचेगा इस जंग में?
यूक्रेन द्वारा रूस के दो प्रमुख एयरबेस पर किए गए भीषण ड्रोन हमले के बाद रूसी पॉलिसी मेकर्स और मिलिट्री एक्सपर्ट्स में हड़कंप मच गया है। मॉस्को की एक पूर्व रक्षा सलाहकार एलेना क्रावचेंको ने रूसी मीडिया में कहा:“ये यूक्रेन का मनोवैज्ञानिक हमला है। इससे साबित होता है कि रूस की वायु सुरक्षा अब भरोसेमंद नहीं रही।”
नाटो प्रमुख जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने कहा: “हमें यह ध्यान में रखना होगा कि अब युद्ध सिर्फ सीमाओं तक सीमित नहीं रहा। यूक्रेन ने रूस के भीतर जाकर रणनीति बदली है।”
इस हमले के बाद सवाल बड़ा है — क्या रूस पलटवार करेगा?
रक्षा सूत्रों के अनुसार: रूस ने बेलारूस बॉर्डर के पास S-400 मिसाइल डिफेंस यूनिट्स को एक्टिव किया है। क्रेमलिन ने साइबर रिवेंज ऑपरेशन की भी तैयारी शुरू कर दी है।
मॉस्को के सैन्य रणनीतिकार “Doom Response Doctrine” पर पुनर्विचार कर रहे हैं, जिसमें गैर-परंपरागत हथियार के विकल्प भी शामिल हैं।
यूक्रेनी हमले की टाइमिंग और सफलता से कई सुरक्षा एक्सपर्ट्स यह मान रहे हैं कि रूस की एयर डिफेंस नेटवर्क में बड़ी सेंध लगी है।
Updated on:
02 Jun 2025 08:19 am
Published on:
01 Jun 2025 06:01 pm
बड़ी खबरें
View Allविदेश
ट्रेंडिंग
