8 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

शुरू हो गया है तीसरा विश्व युद्ध, रूस-यूक्रेन युद्ध में कूद रहे हैं दूसरे देश- ज़ेलेंस्की के प्रतिद्वंदी का बड़ा दावा

Russia Ukraine War: यूक्रेन के पूर्व आर्मी चीफ वालेरी ज़ालुज़नी ने साफ-साफ कह दिया है कि रूस के सहयोगी देश युद्ध में शामिल हो चुके हैं, ऐसे में साफ है कि तीसरा विश्व युद्ध शुरू हो चुका है।

2 min read
Google source verification
Ukraine Former Army Chief said Third World war has been started

Ukraine Former Army Chief said Third World war has been started

Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन युद्ध को 3 साल से ज्यादा हो चुके हैं। लेकिन ये यु्द्ध खत्म होने के बजाय और ज्यादा बढ़ता ही जा रहा है और अब तो इनके सहयोगी देश भी इनके साथ युद्ध में उतरने की कोशिश कर रहे हैं। इसे लेकर यूक्रेन के पूर्व सैन्य कमांडर-इन-चीफ और राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की (Volodymyr Zelenskyy) के प्रतिद्वंदी वालेरी ज़ालुज़नी ने कहा है कि तीसरा विश्व युद्ध शुरू (Third World War) हो चुका है, क्योंकि देश अब अकेले रूस का सामना नहीं कर रहा है, उत्तर कोरिया और ईरानी 'शाहिद' के सैनिक "पूरी तरह से खुलेआम नागरिकों की हत्या कर रहे हैं।"

2024 में पूरी तरह शुरू हो चुका है तीसरा विश्व युद्ध

गुरुवार को यूक्रेन्स्का प्रावदा के यूपी 100 पुरस्कार समारोह में बोलते हुए, ज़ालुज़नी ने कहा कि तथ्य यह है कि रूस के सहयोगी रूस-यूक्रेन संघर्ष में सीधे तौर पर शामिल हैं, इसका मतलब है कि तीसरा विश्व युद्ध शुरू हो गया है। मुझे विश्वास है कि 2024 में हम पूरी तरह से मान सकते हैं कि तीसरा विश्व युद्ध शुरू हो गया है," 

यूनाइटेड किंगडम में यूक्रेन के दूत ज़ालुज़नी ने कहा कि "क्योंकि 2024 में यूक्रेन अब रूस का सामना नहीं कर रहा है। उत्तर कोरिया के सैनिक यूक्रेन के सामने खड़े हैं। ईमानदारी से कहें तो। यूक्रेन में पहले से ही ईरानी 'शाहिद' बिना किसी शर्म के नागरिकों को खुलेआम मार रहे हैं," पोलिटिको ने ज़ालुज़्नी के हवाले से बताया, और उन्होंने कहा कि उत्तर कोरियाई और चीनी हथियार यूक्रेन में उड़ रहे हैं।

ज़ेलेंस्की से ज़ालुज़्नी के मतभेद

ज़ालुज़्नी ने कहा कि “यूक्रेन के सहयोगी युद्ध को समाप्त करने में सक्षम हैं, और उन्हें सही निष्कर्ष निकालना चाहिए। इसे यहाँ, यूक्रेन के क्षेत्र में रोकना अभी भी संभव है। लेकिन किसी कारण से हमारे साझेदार इसे समझना नहीं चाहते हैं। यह स्पष्ट है कि यूक्रेन के पास पहले से ही बहुत सारे दुश्मन हैं। यूक्रेन तकनीक के साथ जीवित रहेगा, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि वह अकेले इस लड़ाई को जीत सकता है या नहीं।" बता दें कि यूक्रेन के जवाबी हमले को कैसे संभाला जाए, इस पर उनके बीच मतभेद पैदा होने के बाद ज़ेलेंस्की ने फ़रवरी में ज़ालुनज़्नी को निकाल दिया। पोलिटिको ने बताया कि ज़ालुनज़्नी की बढ़ती लोकप्रियता को ज़ेलेंस्की के राजनीतिक करियर के लिए भी ख़तरा माना जा रहा था।

8 फ़रवरी को ज़ेलेंस्की की घोषणा से एक हफ़्ते पहले से ही अटकलें लगाई जा रही थीं, जो इस फ़ैसले से महीनों पहले उनके और ज़ालुज़्नी के बीच तनावपूर्ण संबंधों को दर्शाती हैं। इसके बाद ओलेक्सेंडर सिरस्की को यूक्रेन के सशस्त्र बलों का प्रमुख नियुक्त किया गया, जो रूस के साथ चल रहे तनाव के बीच देश के सैन्य नेतृत्व में एक महत्वपूर्ण बदलाव को दर्शाता है।

ये भी पढ़ें- पाकिस्तान में आतंकी हमले से गुस्साए शिया मुसलमानों ने फूंक डाली चौंकियां

ये भी पढ़ें- चमत्कार! चर्च में ‘लाइव’ हुए भगवान ईसा मसीह, 100 भाषाओं में सुनेंगे सारी फरियाद, वीडियो भी जारी