
US Presidential Elections: भारतवंशी कमला हैरिस ने अमेरिकी चुनाव में बाजी पलटकर रख दी है। उनके इस परफॉरमेंस से पूर्व राष्ट्रपति और वर्तमान में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार ट्रंप हताश होने लगे हैं। भारतवंशी कमला हैरिस के अमरीका के राष्ट्रपति चुनाव में एंट्री के 21 दिनों में बाजी पूरी तरह से पलटती दिख रही है। कमला के उम्मीदवार बनने के पहले सभी सर्वेक्षण यह बता रहे थे कि अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडन रिपब्लिकन उम्मीदवार डॉनल्ड ट्रंप से 2024 के मुकाबले में टिक नहीं पाएंगे लेकिन तीन सप्ताह बाद ही तस्वीर पूरी तरह से बदल गई है। सभी संकेतक यही बता रहे हैं कि कमला हैरिस पूर्व अमरीकी राष्ट्रपति ट्रंप से अजेय बढ़त बना चुकी हैं।
सर्वेक्षण ही नहीं, सट्टा बाजार भी अब मान चुका है कि नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस की जीत तय है। इतना ही नहीं, सर्वेक्षण का सबसे सकारात्मक पहलू यह है कि कमला की एंट्री के बाद अमरीका का मतदाता उत्साहित है, जो कि बाइडन-ट्रंप की प्रतिस्पर्धा के बीच निराश महसूस कर रहा था। इसका परिणाम यह है कि ऐसे लोगों की संख्या 10 फीसदी से ज्यादा है जो राष्ट्रपति पद की दौड़ में कमला के आने के बाद अब मतदान करने की इच्छुक है। वहीं, ट्रंप खेमे में हताशा बढ़ रही है और यह ट्रंप के बयानों में झलक रही है।
सबसे विश्वसनीय सर्वे में हैरिस को बढ़त अमरीका के सबसे विश्वसनीय माने जाने वाले न्यूयॉर्क टाइम्स और सिएना कॉलेज द्वारा कराए गए ताजा सर्वे में कमला ने ट्रंप पर चार प्वाइंट से बढ़त बना ली है। ये सर्वेक्षण तीन सबसे बड़े स्विंग स्टेट पेनसिल्वेनिया, मिशिगन समेत विस्कॉन्सिन में कराए गए थे जिनके पास कुल 44 इलेक्टोरल कॉलेज सीटें हैं। मौजूदा चुनावी अभियान में यह पहला मौका है जब किसी राष्ट्रपति दावेदार को 50 फीसदी मतदाताओं का समर्थन मिलता दिख रहा है। अभी तक ट्रंप खेमा कमला की बढ़त को यह बताते हुए खारिज कर रहा था कि यह तो बस तात्कालिक है लेकिन अब साफ होता जा रहा है कि कमला कि बढ़त कोई क्षणिक उछाल नहीं, बल्कि दीर्घकालिक ट्रेंड है और यही बात ट्रंप को परेशान कर रही है।
कमला हैरिस की बढ़त के चलते अब पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप की हताशा बढ़ती जा रही है। हैरानी नहीं कि ट्रंप अब हैरिस पर सीधे निजी और अभद्र हमले कर रहे हैं। मोंटाना की रैली में ट्रंप ने कमला हैरिस को निशाने पर लेते हुए कहा कि उसको वहीं फेंक देना चाहिए, यह जहां से आई है। वहीं, न्यूयॉर्क टाइम्स ने दावा किया है कि निजी बातचीत में ट्रंप ने हैरिस को कई बार बिच कहकर संबोधित किया और कहा कि कोई नहीं जानता कि उसका सरनेम क्या है?
मतदाता में उत्साह इप्सोस द्वारा किए ताजा सर्वे में यह बताया गया है कि हैरिस के दौड़ में शामिल होने के बाद मतदाताओं में मतदान करने की इच्छा बढ़ी है। जून 2024 में जहां कुल 60 फीसदी डेमोक्रेट, 68 फीसदी रिपब्लिकन और 62 फीसदी सभी प्रकार के मतदाता मतदान करने के इच्छुक थे, वहीं अगस्त 2024 में 71 फीसदी डेमोक्रेट, 73 फीसदी रिपब्लिकन और कुल 69 फीसदी मतदाताओं ने वोट देने की इच्छा जाहिर की है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने वाइट हाउस की दौड़ से बाहर होने के बाद अपने पहले टीवी साक्षात्कार में तीन कारण बताए हैं, जिनके कारण उनको राष्ट्रपति पद की दौड़ से हटना पड़ा। पहला- नैंसी पेलोसी समेत वरिष्ठ डेमोक्रेट उनसे दौड़ से हटने के लिए कह रहे थे और इसके कारण चुनावी कैंपेन में नकारात्मकता आ रही थी। दूसरा, रिपब्लिकन उम्मीदवार डॉनल्ड ट्रम्प अमरीका के लोकतंत्र के लिए, सुरक्षा के लिए खतरा हैं। हमारा लक्ष्य ट्रंप को हराना है। मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण लोकतंत्र को बचाना है, मेरी कुर्सी नहीं। तीसरा, मेरा परिवार भी मेरे दौ़ड़ से हटने पर खुश हुआ। बाइडन ने यह भी कहा कि ट्रंप के जीतने पर देश में रक्तपात होने की आशंका है। इन सब कारणों से मैंने दौड़ से हटने का निर्णय लिया।
पेनसिल्वेनिया
कमला हैरिस 50 फीसदी
डॉनल्ड ट्रंप 46 फीसदी
इलेक्टोरल कॉलेज सीट्स 19 फीसदी
मिशिगन
कमला हैरिस 50 फीसदी
डॉनल्ड ट्रंप 46 फीसदी
इलेक्टोरल कॉलेज सीट्स 15 फीसदी
विस्कॉन्सिन
कमला हैरिस 50 फीसदी
डॉनल्ड ट्रंप 46 फीसदी
इलेक्टोरल कॉलेज सीट्स 10 फीसदी
स्रोत - न्यूयॉर्क टाइम्स-सिएना सर्वे, (सर्वे की तारीख 5 से 9 अगस्त)
पॉलीमार्केट (ऑनलाइन सट्टा) में भी हैरिस आगे
कमला हैरिस 52 फीसदी
डॉनल्ड ट्रंप 46 फीसदी
पूरे देश के सर्वे में भी कमला आगे
कमला हैरिस 50 प्रतिशत
डॉनल्ड ट्रंप 48 प्रतिशत
स्त्रोत : इम्सोस का नवीनतम सर्वे
Published on:
12 Aug 2024 01:40 pm
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