6 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

भारत में अमेरिका और चीन का सामान हो सकता है सस्ता, ग्राहकों को होगा फायदा और कंपनियों को नुकसान

भारतीय ग्राहकों को आने वाले समय में कई अमेरिकी और चाइनीज़ वस्तुओं की खरीद पर ज़बरदस्त फायदा मिल सकता है। क्या है इसकी वजह? आइए जानते हैं।

2 min read
Google source verification

भारत

image

Tanay Mishra

Apr 17, 2025

Indian consumers

Indian consumers

अमेरिका (United States Of America) और चीन (China) के बीच ‘टैरिफ वॉर’ (Tariff War) और तेज़ हो गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने चीन पर एक बार फिर 'टैरिफ बम' फोड़ते हुए कुछ चाइनीज़ सामान पर टैरिफ को 245% करने का फैसला लिया है। इससे दोनों देशों के बीच तनाव एक बार फिर बढ़ गया है। चीन पहले ही साफ कर चुका है कि वो अमेरिका के सामने झुकेगा नहीं। हालांकि दोनों देशों के बीच टैरिफ को लेकर चल रही इस जंग का फायदा भारतीय ग्राहकों को मिल सकता है।

कैसे मिलेगा भारतीय ग्राहकों को फायदा?

अमेरिका और चीन के बीच 'टैरिफ वॉर' के गंभीर होने की वजह से दोनों ही देशों की कई वस्तुओं के भारत (India) में डंप होने की संभावना बढ़ गई है। अमेरिका और चीन, दोनों देशों की कंपनियाँ भारतीय ग्राहकों को भारी छूट देकर अपना माल बेचने का प्रयास करेंगी। भारतीय कंपनियों को इसका नुकसान हो सकता है, लेकिन भारतीय ग्राहकों को कम कीमत में सामान मिलने से फायदा होगा।

भारतीय कंपनियों को कैसे होगा नुकसान

अमेरिकी और चाइनीज़ सामान के कम कीमत में मिलने से भारत में कई कंपनियों के बिज़नेस पर असर पड़ेगा। इससे उन्हें नुकसान होगा। वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने डंपिंग के जोखिम को स्वीकार किया है, लेकिन यह भी बताया है कि सरकार इसके लिए तैयार है और एक समिति का गठन भी कर दिया गया है। समिति की अध्यक्षता वाणिज्य सचिव करेंगे और इसमें वाणिज्य मंत्रालय, विदेश व्यापार महानिदेशक , केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड और उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग के अधिकारी शामिल होंगे।

यह भी पढ़ें- Trump Tariff: ट्रंप ने चीन पर फिर फोड़ा ‘टैरिफ बम’, बढ़ाकर किया 245%

किन वस्तुओं की हो सकती है भारत में डंपिंग?

हाल ही में सामने आई एक रिपोर्ट के अनुसार में भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों, कपड़ों, सोयाबीन, मक्का, ज्वार, कपास जैसे कृषि उत्पादों के साथ पॉल्ट्री और डेयरी प्रोडक्ट्स जैसी वस्तुओं की सस्ती कीमत में डंपिंग हो सकती है।

यह भी पढ़ें- अमेरिका से ‘टैरिफ वॉर’ के बीच भारत से दोस्ती बढ़ा रहा चीन!