19 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Israel Hamas War : हमास का काना कमांडर बहुत खतरनाक है, इसी ने इजरायल में कराया कत्लेआम

Hamas One Eyed Commander: हमास के इज़रायल पर हमले की इस समय हर तरफ चर्चा है। साथ ही मन में यह सवाल भी आता है कि इस हमले के पीछे किसकी साजिश है? आपको जानकर हैरानी हो सकती है कि इज़रायल पर इतने बड़े हमले की साजिश हमास के एक आँख वाले काने कमांडर ने रची थी।

2 min read
Google source verification
mohammed_deif.jpg

Mohammed Deif

इज़रायल (Israel) और फिलिस्तीनियों के बीच संघर्ष लंबे समय से चला आ रहा है। पर 7 अक्टूबर की सुबह कुछ ऐसा हुआ जिसने सभी को हैरान कर दिया। फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास (Hamas) ने गाज़ा स्ट्रिप (Gaza Strip) से इज़रायल पर करीब 5,000 रॉकेट्स दागे। इज़रायल पर हुआ यह अब तक का सबसे बड़ा हमला है। इस हमले में अब तक 900 इजरायलियों की मौत हो चुकी है और यह आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है। इतना ही नहीं, हमास के आतंकियों ने कई इज़रायली नागरिकों को बंधक भी बनाया और उनके साथ दरिंदगी की हदें पार कर दी। हमास आतंकियों की हरकत का जवाब देते हुए इज़रायली सेना ने भी पिछले तीन दिनों में गाज़ा स्ट्रिप पर कई हमले किए। इज़रायली सेना के हमलों में 900 से ज़्यादा फिलिस्तीनियों की अब तक मौत हो चुकी है। और अभी भी युद्ध रुका नहीं है। ऐसे में मन में यह सवाल आना लाज़िमी है कि इज़रायल पर इस हमले की साजिश किसने रची? आइए जानते हैं जवाब।


हमास के एक आँख वाले कमांडर ने रची साजिश

इज़रायल पर हुए अब तक के सबसे बड़े हमले की साजिश हमास के एक आँख वाले काने कमांडर मोहम्मद दाइफ ने रची थी। दाइफ हमास की मिलिट्री विंग कास्सम ब्रिगेड का चीफ है। सिर्फ एक आँख ही नहीं, दाइफ का एक हाथ और एक पैर भी नहीं है। वह व्हीलचेयर का इस्तेमाल करता है। करीब 20 साल पहले इज़रायली एयर स्ट्राइक में दाइफ ने अपनी एक आँख, एक हाथ और और पैर गंवा दिया। दाइफ का जन्म 1960 में गाज़ा स्ट्रिप के एक रिफ्यूजी कैंप में हुआ था और उसका बचपन रिफ्यूजी कैंप में ही बीता। उसका पूरा नाम मोहम्मद दाइफ इब्राहिम अल-माजरी है। दाइफ की शुरुआती पढ़ाई लिखी गाज़ा में ही हुई। इसके बाद की पढ़ाई उसने इस्लामिक यूनिवर्सिटी ऑफ गाज़ा में की। यूनिवर्सिटी में पढ़ने के दौरान ही दाइफ हमास के करीब आया और इसमें शामिल हो गया।


इज़रायल की मोस्ट वॉन्टेड लिस्ट में है नाम शामिल

इज़रायल करीब 20 सालों से दाइफ को ढूंढ रहा है। वह इज़रायल की मोस्ट वॉन्टेड लिस्ट में भी शामिल है। इज़रायल की खुफिया एजेंसी मोसाद और सेना उसके पीछे करीब 20 साल से हैं पर अभी तक कामयाब नहीं हुई हैं। अमेरिका (United States Of America) समेत दूसरे कई देशों ने दाइफ को आतंकी घोषित किया हुआ है। वह 7 बार मरते-मरते भी बचा है।

यह भी पढ़ें- फ्रांस की सेना ने नाइजर से निकलना किया शुरू, दोनों देशों के बीच टेंशन के चलते उठाया गया कदम