
Oil tanker in red sea
पिछले कुछ महीने से लाल सागर में एक ट्रेंड दिखाई दे रहा है। यमन के हूती विद्रोही कई जहाज़ों और टैंकरों पर हमला कर रहे हैं। इन विद्रोहियों को ईरान से समर्थन मिलता है। मन में यह सवाल आना भी लाज़िमी है कि आखिर यमन के हूती विद्रोही लाल सागर में जहाज़ों और टैंकरों पर हमले क्यों कर रहे हैं? दरअसल हूती विद्रोही इज़रायल के हमास के खिलाफ युद्ध और इसमें फिलिस्तीनियों पर हो रहे अत्याचार और उनकी मौतों से नाराज़ हैं और इसी वजह से लाल सागर में हमले कर रहे हैं। पिछले कुछ समय में हूती विद्रोहियों के लाल सागर में कई जहाहों और टैंकरों पर हमला करने का सिलसिला जारी है और एक बार फिर उन्होंने ऐसा ही किया है।
भारत आ रहे ब्रिटिश तेल टैंकर पर मिसाइल अटैक
शुक्रवार को यमन के हूती विद्रोहियों ने लाल सागर में एक तेल टैंकर पर मिसाइल अटैक कर दिया। यह एक ब्रिटिश तेल टैंकर था और इसका नाम पोलक्स था। गौर करने वाली बात यह भी है कि यह तेल टैंकर भारत आ रहा था।
टैंकर में लगी आग
हूती विद्रोहियों के मिसाइल अटैक से ब्रिटिश तेल टैंकर पोलक्स में आग भी लग गई और नुकसान भी हो गया। हालांकि कितना नुकसान हुआ, इस बारे में अभी पूरी जानकारी नहीं दी गई है।
क्रू मेंबर्स सुरक्षित
भारत आ रहे ब्रिटिश तेल टैंकर पोलक्स पर हुए मिसाइल अटैक में टैंकर को नुकसान तो हुआ, पर इसपर सवार क्रू मेंबर्स सुरक्षित बच गए। किसी को भी कुछ नहीं हुआ।
इज़रायली, अमेरिकी और ब्रिटिश जहाज़ों को बनाया जा रहा है ज़्यादा निशाना
लाल सागर में हूती विद्रोही सबसे ज़्यादा इज़रायली, अमेरिकी और ब्रिटिश जहाज़ों को निशाना बना रहे हैं। ऐसे में अमेरिका और ब्रिटेन भी समय-समय पर हूती विद्रोहियों के खिलाफ एक्शन लेते हैं।
यह भी पढ़ें- थाईलैंड के पूर्व पीएम थाकसिन शिनावात्रा को मिली रिहाई, 6 महीने बाद हुए आज़ाद
Published on:
18 Feb 2024 11:49 am
बड़ी खबरें
View Allविदेश
ट्रेंडिंग
