
Hanuman Jayanti Upay Hanuman Janmotsav Upay: हनुमान जयंती उपाय
Hanuman Janmotsav Upay: वाराणसी के पुरोहित पं. शिवम तिवारी के अनुसार हर साल चैत्र पूर्णिमा के दिन हनुमानजी का जन्मोत्सव मनाया जाता है। (हालांकि कुछ लोग कार्तिक कृष्ण पक्ष चतुर्दशी को यह पर्व मनाते हैं।) इस साल चैत्र पूर्णिमा 12 अप्रैल को है। इस दिन सुबह भक्त बजरंगबली की पूजा अर्चना करते हैं। साथ ही कुछ आसान हनुमानजी उपाय से बजरंगबली की विशेष कृपा पाते हैं। आइये जानते हैं ये हनुमान जयंती उपाय (Hanuman Jayanti Upay )
हनुमान जयंती पर बजरंगबली को चमेली का तेल, सिंदूर और चोला अर्पित करना चाहिए। इस दिन हनुमान चालीसा, सुंदरकांड और हनुमान आरती पढ़ने से हनुमान जी प्रसन्न होते हैं। इससे आत्मविश्वास भी बढ़ता है।
बजरंगबली भगवान श्रीराम के भक्त हैं और राम नाम जपने वाले या राम सीता की पूजा करने वालों पर हमेशा हनुमानजी की कृपा बनी रहती है। इसके अलावा देवी-देवताओं को जल और पंचामृत अर्पित करने अबीर, गुलाल, अक्षत, फूल, धूप-दीप और भोग आदि लगाने से भी भक्तों को बजरंगबली का आशीर्वाद मिलता है।
हनुमान जयंती पर सरसों के तेल का दीपक जलाएं और हनुमान जी को विशेष पान का बीड़ा चढ़ाएं। इसमें गुलकंद, बादाम कतरी डालें। ऐसा करने से भगवान की विशेष कृपा आपको मिलती है।
हनुमान जी की पूजा करने और व्रत रखने से भक्तों को बजरंगबली का आशीर्वाद मिलता है और किसी प्रकार का संकट नहीं आता है। इससे साढ़ेसाती से राहत मिलती है और अष्ट सिद्धियां प्राप्त होती हैं।
हनुमान जयंती से शुरू कर रोजाना हनुमान बाहुक का पाठ भयंकर रोगों से छुटकारा दिलाता है और विशेष कृपा प्राप्त होती है।
शनि की महादशा से राहत के लिए हनुमान जयंती पर व्रत रखकर और लाल कपड़े पहनकर हनुमान मंदिर में जाकर चोला चढ़ाएं और हनुमानजी के सामने कुश के आसन पर बैठकर 11 बार हनुमान चालीसा का पाठ करें। इसके अलावा हनुमानजी को बूंदी और चने का भोग लगाएं। इसके बाद चमेली के तेल का दीपक जलाकर सुंदरकांड का पाठ करें।
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ॐ नमो हनुमते सर्वग्रहान् भूत भविष्यत्-वर्तमानान् दूरस्थ समीपस्यान् छिंधि छिंधि भिंधि भिंधि सर्वकाल दुष्ट बुद्धानुच्चाट्योच्चाट्य परबलान् क्षोभय क्षोभय मम सर्वकार्याणि साधय साधय। ॐ नमो हनुमते ॐ ह्रां ह्रीं ह्रूं फट् देहि ॐ शिव सिद्धि ॐ ह्रां ॐ ह्रीं ॐ ह्रूं ॐ ह्रः स्वाहा मंत्र जपने से हर काम में सफलता मिलती है।
इसके लिए हनुमान जयंती पर बजरंगबली के मंदिर में जाकर हनुमान जी की पंचोपचार पूजा करें और शुद्ध घृत का दीपक जलाकर भीगी हुई चने की दाल और गुड़ का प्रसाद लगाकर कम से कम एक माला का मंत्र जाप यानी 108 बार लगातार 11 दिन तक करें और अंत में जप के दशमांश से हवन करें। गुरु को धन-धान्य दान करें और निर्मल ह्रदय से श्रीराम का नाम लें। इससे सुख और संपूर्णता प्राप्त होती है और सभी कार्य सिद्ध होता है।
वाराणसी के पुरोहित शिवम तिवारी के अनुसार हनुमान जयंती के दिन एक नारियल लेकर हनुमान मंदिर जाएं और वहां हनुमानजी के सामने नारियल को अपने ऊपर से सात बार वारकर वहीं सामने तोड़ दें। इसके बाद घी का दीपक जलाकर ॐ हं हनुमते नमः मंत्र का 108 बार जप करें। इससे हनुमानजी का आशीर्वाद मिलता है।
हनुमान जयंती के दिन हनुमानजी को लौंग वाला पान का बीड़ा अर्पित करें और उसके साथ कागजी बादाम भी चढ़ाएं। इसके बाद काले रंग का कपड़ा लें और उसमें आधे बादाम रखकर पोटली बना लें, फिर पोटली को घर की दक्षिण दिशा में छिपाकर रख दें। इसके बाद अगले दिन यानी रविवार को शनि मंदिर में शनिदेव के दर्शन करते हुए पोटली को रख आएं। इससे शनिदेव प्रसन्न होंगे और हनुमानजी का आशीर्वाद मिलेगा।
Updated on:
11 Apr 2025 11:16 am
Published on:
10 Apr 2025 08:43 pm
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