
थाना आरोपी कथित बाबुओं पर मुकदमा दर्ज किया गया है
AGRA NEWS: आगरा में जलकल विभाग के दो कथित बाबुओं ने जीएम के नाम पर क्लर्क की नौकरी लगाने के नाम पर तीन बेरोजगार युवकों से 12 लाख रुपए ठग लिए और फर्जी नियुक्ति पत्र पकड़ा दिए। जांच में ठगी की जानकारी होने पर उन्होंने चेक दिया जो बाउंस हो गया। पुलिस कमिश्नर के आदेश पर पीड़ितों की शिकायत पर पुलिस मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई में जुट गई है।
जानिए क्या है पूरा प्रकरण
थाना ताजगंज के शमशाबाद रोड विमल एनक्लेव निवासी शेर बहादुर सिंह ने बताया की उनके बेटे हरेंद्र और पड़ोसी लक्ष्मण सिंह की मुलाकात विकास सिंह नामक व्यक्ति से हुई थी। विकास ने खुद को जलकल विभाग का क्लर्क बताया था और दस माह पूर्व बड़े बाबू हर्षित शर्मा को पैसे देकर नौकरी लगवाने की बात बताई। उसने बच्चों से कहा की जलकल विभाग में काफी रिक्तियां हैं और उन्हें भरने का अधिकार जीएम राधे श्याम को है। बड़े बाबू हर्षित शर्मा की जीएम से सेटिंग है और उनके जरिए पैसा देकर नौकरी लगवाई जा सकती है। इसके बाद विकास ने हर्षित शर्मा को बुलवाया और उसके दो बेटों हरेंद्र व सतेंद्र और पड़ोसी लक्ष्मण सिंह की नौकरी प्रति व्यक्ति चार लाख देकर लगवाने का वादा किया। आरोपियों ने लक्ष्मण से चार लाख नकद और उनसे दो लाख नकद व छः लाख ऑनलाइन बैंकिंग के जरिए अपने खाते में लिए।
नकली नियुक्ति पत्र थमाए
पैसे लेने के बाद दोनों बाबुओं ने शिक्षिक कागज लिए और फिर फाइल लखनऊ भेजी जाने का हवाला देकर 3 महीने इंतजार करने को कहा। समय बीतने पर जलकल विभाग के कार्यालय के बाहर बुलाकर तीनों को नियुक्ति पत्र दिए और लखनऊ से फाइल आने पर ड्यूटी ज्वाइन करने की बात कहकर टरका दिया। शक होने पर जब जलकल विभाग जाकर पता किया तो नियुक्ति पत्र फर्जी निकले।
चेक भी हुआ बाउंस
पीड़ित युवकों ने जब ठगी का आरोप लगाकर अपने पैसे वापस मांगे तो बड़े बाबू हर्षित ने लक्ष्मण को चार लाख और शेर बहादुर को छः लाख के चेक दिए। चेक लगाने पर खाते में पैसे न होने के कारण चेक बाउंस हो गए। पीड़ितों की शिकायत पर पुलिस कमिश्नर प्रीतिंदर सिंह ने मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए। थाना ताजगंज पुलिस दोनों आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच कर रही है।
Published on:
26 May 2023 12:34 pm
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