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AGRA NEWS: शनि जयंती पर रेणुका धाम मंदिर में भक्तों का तांता, यहां जन्मे थे परशुराम

AGRA NEWS:आगरा के रेणुका धाम पर शनि जयंती के अवसर पर भक्तों की भारी भीड़ पहुंच रही है।

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आगरा

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Avinash Jaiswal

May 19, 2023

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रेणुका धाम शनि मंदिर में भक्तों का तांता लगा हुआ है

AGRA NEWS: आज 19 मई को शनि जयंती और अमावस्या एक साथ मनाई जा रही है। आगरा के प्राचीन रेणुका धाम मंदिर पर भक्तों का तांता लगा हुआ है। यमुना किनारे स्थित इस पवित्र स्थान पर भगवान परशुराम का जन्म हुआ था। उनकी माता के नाम पर ही इस घाट का नाम रेणुका घाट पड़ा है। मंदिर को त्रेता युग के समय का माना जाता है।

शुक्रवार को अमावस्या और शनि जयंती के अवसर पर शनि मंदिरों में भक्तों का तांता लगा हुआ है। प्राचीन रेणुका धाम में कई श्रद्धालुओं द्वारा भंडारे का आयोजन किया गया है। घाट पर पीएसी के जवान भीड़ को देखते हुए विशेष सतर्कता रखे हुए हैं। आगरा और मथुरा के तमाम गांवों के लोग मंदिर में पूजा करने के लिए आ रहे हैं। मंदिर के महंत जानकदास ने बताया की मान्यता है कि यहां दर्शन मात्र से लोगों की हर मनोकामना पूरी हो जाती है। शनि की महादशा वाले जातकों के लिए शनि अमावस्या पर यहां आकर पूजन करने और तिल व तेल चढ़ाने से शनि के प्रकोप से राहत मिलती है। भगवान शनिदेव कर्म फल दाता हैं और जो लोग शनि महाराज का पूजन करते हैं, प्रसन्न होने पर भगवान उनका भाग्य सौभाग्य में बदल देते है।

त्रेता युग का है इतिहास

माना जाता है की त्रेता युग में महर्षि जमदग्नि ने यहां पुत्रेष्टि यज्ञ करवाया था और देवराज इंद्र के वरदान से वैशाख माह की शुक्ल तृतीया के दिन उनकी पत्नी रेणुका को भगवान परशुराम के रूप में पुत्र प्राप्ति हुई थी। भगवानपरशुराम को भगवान विष्णु का छठा अवतार माना जाता है। यहां जमदग्नि यज्ञ करते थे और एक बार पत्नी से यज्ञ के लिए पानी मंगवाने पर देरी हो जाने पर उन्होंने परशुराम जी से उनकी मां और भाइयों का वध करवा दिया था। पिता की आज्ञा मानने पर खुश होकर जब जमदग्नि ने परशुराम से वरदान मांगने को कहा था तो उन्होंने अपने भाइयों और माता को दोबारा जीवित होने का वरदान मांग कर उन्हें नया जीवन दिलवा दिया था। यहां भगवान शनिदेव का मंदिर स्थापित है और मन्दिर में पूजा पर हर मनोकामना पूरी होने की मान्यता है। यहां से कुछ किमी दूर यमुना किनारे पर उन्होंने कैलाश मन्दिर की स्थापना की थी और खंदारी मऊ रोड पर भी आंनदी भैरव मंदिर में शिवलिंग स्थापना की थी।

शनि जयंती पर करने चाहिए यह काम

शनि की कृपा पाने के लिए आज के दिन शनि चालीसा का पाठ करने, लोहे के कटोरे में सरसों का तेल डालकर उसमें चेहरा देखने के बाद तेल दान करने या कटोरी समेत शनि मंदिर में रखने से कर्ज मुक्ति मिलती है। आज के दिन अपना पुराना जूता चौराहे पर फेंकने से भी महादशा में लाभ मिलता है, पर ध्यान रहे की ऐसा करते हुए किसी व्यक्ति की नजर आप पर न पड़े।