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आगरा। क्लीन आगरा और ग्रीन आगरा के अभियान को बहुत तेजी से आगे बढ़ा रहे महापौर नवीन जैन जहां कहीं भी कार्यक्रम में जाते हैं तो वे स्वच्छता, पर्यावरण की चिंता करने के साथ साथ शहर भर में हो रहे जगह-जगह विकास कार्यों की गुणवत्ता को लेकर बेहद संजीदा नजर आते हैं। उन्हें शहर में कहीं भी गंदगी या विकास कार्यों में अनदेखी बर्दाश्त नहीं होती है। यही कारण है कि जैसे ही महापौर नवीन जैन को बाईपास रोड स्थित रेनबो हॉस्पिटल के सामने राष्ट्रीय राजमार्ग पर जलभराव की समस्या की जानकारी हुई तो वे मंगलवार को नगर निगम और एनएचएआई के अधिकारियों के साथ दोपहर को निरीक्षण के लिए मौके पर पहुंचे।
दिखा ऐसा नजारा
महापौर नवीन जैन ने देखा कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुए भीषण जलभराव के कारण जहां एक तरफ वाहनों को वहां से गुजरने में परेशानी हो रही थी तो वहीं सड़क किनारे बने स्कूल से छुट्टी होने के बाद छोटे-छोटे बच्चे जलभराव और गड्ढों से बचते हुए अपने घर की ओर जा रहे थे। सड़क के किनारे बना हुआ नाला पूरी तरह से भरा हुआ था जिसके चलते कहीं से भी जल निकासी नहीं हो रही थी। इस जलभराव में कहीं गड्ढे में गिरकर कोई वाहन लुढ़क न जाए या फिर किसी की जान पर न बन आये, इसके लिए महापौर नवीन जैन ने मौके पर ही सेनेटरी इंस्पेक्टर को अस्थाई रूप से जलभराव को खत्म करने के निर्देश दिए। निर्देश के बाद मौके पर ही सेक्शन कम जेटिंग मशीन की कई गाड़ियां लगाई गई। इन मशीनों की मदद से जलभराव के पानी को गाड़ी के टैंक में एकत्रित किया गया जिसे अन्यत्र जगह छोड़ा गया। महापौर ने कहा कि जय प्रक्रिया जब तक चालू रखी जाए जब तक कि जलभराव पूरी तरह से समाप्त ना हो जाए।
अधिकारियों से की चर्चा
इस दौरान महापौर नवीन जैन ने जब निगम अधिकारियों और एनएचएआई के अधिकारियों से राष्ट्रीय राजमार्ग पर जलभराव की समस्या का स्थाई समाधान करने का उपाय पूछा तो एनएचएआई के अधिकारियों ने अपनी जिम्मेदारी से बचते हुए इस काम को नगर निगम के ऊपर ही डालने का प्रयास किया। यह सुनते ही महापौर नवीन जैन एनएचएआई अधिकारियों पर नाराज हुए और जमकर उनकी फटकार लगाई। महापौर नवीन जैन ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग से गुजरने वाले सभी वाहनों से एक तरफ तो आप टोल वसूलते हैं तो वहीं दूसरी तरफ उनको सुविधा देने के बजाय आप अपनी जिम्मेदारी से बचने का प्रयास कर रहे हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग की किसी भी समस्या का निराकरण करना क्या आपका काम नहीं है। महापौर ने साफ कहा कि यह शहर मेरा है और अपने शहर में किसी भी तरह की अव्यवस्था बर्दाश्त नहीं करूंगा।
एडीएम को दी जानकारी
वहीं इस समस्या के निदान पर चर्चा करते हुए यह सामने आया कि यदि गुरुद्वारा गुरु का ताल के सामने एक पाइप लाइन डालकर इस नाले से कनेक्ट कर दिया जाए तो यहां कि जलभराव की समस्या का स्थाई समाधान हो सकता है। यह जानकर महापौर ने मौके पर ही एडीएम सिटी को फोन लगाया और प्रशासन व नगर निगम स्तर से इस समस्या का समाधान करने के लिए उचित कदम उठाने को कहा। इस मौके पर एनएचआई से अंकित यादव, रिलांयस कंपनी से वी के श्रीवास्तव, निगम के सेनेट्री इंस्पेक्टर चरण सिंह, पार्षद आशीष पाराशर, रघु पंडित आदि मौजूद रहे।
Published on:
02 Jul 2019 07:37 pm
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