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रहे सावधान, आगरा में जानलेवा हुआ Dengue, हल्के में ना लें बुखार

डेंगू से हुई दो लोगों की मौत के बाद भी जागा आगरा प्रशासन, एसएन मेडिकल कॉलेज में भी देखने को मिल रही लापरवाही, वायरल बुखार, डेंगू और मलेरिया के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं।

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आगरा

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Abhishek Saxena

Oct 08, 2018

Dengue patient found in bhilwara

Dengue patient found in bhilwara

आगरा। ताजनगरी में dengue के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। जो चिंताजनक है। लेकिन, अभी तक स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही भी देखने को मिल रही है। एसएन मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर को डेंगू हो गया। वहीं आगरा के देहात क्षेत्रों में दो लोगों की डेंगू होने से बताई जा रही है। लेकिन, स्वास्थ्य महकमा डेंगू से मौत पर इंकार कर रहा है। एक फर्नीचर कारोबारी की मौत दिल्ली के अस्पताल में हो चुकी है।

स्कूलों में बच्चों को भी हुआ डेंगू
कई स्कूलों के छात्रों में Dengue की शिकायतें मिली हैं। डेंगू से पीड़ित छात्रों का इलाज शहर के निजी अस्पतालों में चल रहा है। सेंट पॉल्स स्कूल के दो छात्रों को डेंगू हो गया। वहीं एसएन मेडिकल कॉलेज के भी एक छात्र को डेंगू हो गया, उसका उपचार घर पर ही चल रहा है। प्लेटलेट्स कम होने पर उसे जंबो पैक चढ़ाया गया। उसकी हालत में सुधार हो रहा है। इन दिनों आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज के वॉर्ड में पांच मरीज भर्ती हैं। वायरल बुखार, डेंगू और मलेरिया के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं। एसएन के दो मेडिकल छात्रों में डेंगू की पुष्टि हुई थी। अब एक और मेडिकल छात्र में डेंगू से प्लेट्लेट काउंट (Platelets Count) 20 हजार से कम पहुंच गए थे।

संदिग्ध मरीज हो रहे भर्ती
आगरा के निजी अस्पतालों में डेंगू के संदिग्ध मरीज आ रहे हैं। सीएमओ डॉ.मुकेश कुमार वत्स ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट पर रखा गया है। शहर की सभी निजी लैब के सैंपल सीएमओ कार्यालय में मंगाए जा रहे हैं। संदिग्ध मामलों की जांच एसएन मेडिकल कॉलेज में कराई जा रही है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा डेंगू के मरीजों की पूरी जानकारी निजी अस्पतालों से मांगी जा रही है। उनके इलाज की भी पूरी डिटेल मंगाई जा रही है।

बुखार आने पर करें ये उपाय
वरिष्ठ फिजीशियन डॉ.मृदुल चतुर्वेदी का कहना है कि बुखार आने पर पैरासिटामोल नें। फ्लैक्सान की टेबलेट नहीं लें। तेज बुखार को उतारने के लिए पानी की पट्टी का उपयोग करें। बुखार से पीड़ित व्यक्ति के कपड़े, तौलियां आदि अलग रखें। जितना अधिक से अधिक हो पेय पदार्थों का सेवन करें। थोड़े थोड़ अंतराल पर कुछ न कुछ पेय पदार्थ लेते रहें। बुखार आने पर तत्काल चिकित्सक की सलाह लें।