तिरस्कार किया जाए
भन्ते ज्ञान रतन ने कहा ऐसे व्यक्तियों को समाज से तिरस्कार कर देना चाहिए जिससे कि वह अलग थलग पड़ जाए। फादर सुरेश दयाल कहना है कि धर्म गुरुओं को भी इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए समाज को कार्य करने की आवश्यकता है। गुरुद्वारा गुरु का ताल के ग्रंथी कुलविंदर सिंह ने कहा इस प्रकार के आरोपियों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए, जिससे ऐसे अपराध करने वालों को सबक मिल सके। महंत योगेश पुरी ने कहा कि ऐसे आरोपियों को भले ही वो किसी भी सम्प्रदाय, मजहब के हों, सभी को एक जुट होकर सख्त से सख्त सजा दिलवाने के प्रयास करने चाहिए।
murder case” src=”https://new-img.patrika.com/upload/2019/06/10/aligarh_murder10_agra_4689311-m.jpg”>खून से हस्ताक्षर कर ज्ञापन देंगे
विश्व हिन्दू परिषद के प्रान्त संपर्क प्रमुख आशीष का कहना था कि विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल द्वारा 11 जून को 101 फुट के कपड़े का खून से हस्ताक्षर करके राष्ट्रपति के नाम कड़ा कानून बनाने के लिए ज्ञापन दिया जाएगा। संचालन करते हुए शांति दूत बंटी ग्रोवर ने कहा कि हम कानून के रखवालों से माँग करते हैं कि अधिवक्ता समाज इस प्रकार के दोषियों की पैरवी न करे ताकि सख्त कार्यवाही हो सके।
कानून में बदलाव जरूरी भाजपा नेता दिगम्बर सिंह धाकरे ने कहा कि दोषी तो पकड़ा जा चुका है, उसे फांसी की सजा होगी, लेकिन यदि सजा जल्दी मिले तो उन अपराधियों का हौसला टूट सकेगा। फिर इस प्रकार की घटना दोबारा करने से पहले सौ बार सोचेंगे। समाजसेवी एवम् वरिष्ठ अधिवक्ता रणवीर शर्मा ने कहा कि ये जो घटना घटी है, वह पहली नहीं है। इस तरह के पुराने मामलों में आरोपियों को अभी तक दंड नहीं मिला है, इसलिए कानून में बदलाव जरूरी है।
हम सुधेरेंगे, तो जग सुधरेगा सोनी त्रिपाठी का कहना है कि जन प्रतिनिधियों को मौजूदा सत्र में सख्त कानून सदन में लाने का प्रयास करना चाहिए। बैठक में चाइल्ड हेल्प लाइन की जिला समन्वयक ऋतु वर्मा ने कहा कि सबसे पहले हमें घर से शुरुआत करनी चाहिए। हम सुधेरेंगे तो जग सुधरेगा। बैठक में अनीता पाठक, सुनील खेत्रपाल, आर के पाठक, अपूर्व शर्मा, विजय यादव, सूबेदार राजिंदर सिंह, कुंवर सिंह, ईशा सूरी, संदीप बजाज, राम गोपाल आदि मौजूद थे।