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Guru Purnima 2017: आज से ही शुरू है गुरु पूर्णिमा, कल तक रहेगी

 Guru Purnima 2017 - जानें, गुरु पूजन और दान आदि का शुभ मुहुर्त 

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suchita mishra

Jul 08, 2017

Guru Purnima

Guru Purnima

आषाढ़ में शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को Guru Purnima कहा जाता है। ज्योतिषाचार्य डॉ अरविंद मिश्र के अनुसार गुरु पूर्णिमा आज यानी 8 जुलाई 2017 सुबह 7:32 से प्रारंभ होकर 9 जुलाई को सुबह 9:37 मिनट तक रहेगी।

ऐसे करें पूजन

— प्रातः घर की सफाई, स्नानादि के बाद घर के किसी पवित्र स्थान पर पाटे पर सफेद वस्त्र बिछाएं व उस पर 12-12 रेखाएं बनाकर व्यास-पीठ बनाएं।

— इसके बाद फिर 'गुरुपरंपरासिद्धयर्थं व्यासपूजां करिष्ये' मंत्र पढ़कर पूजा का संकल्प लें।

— उसके बाद दसों दिशाओं में अक्षत छोड़े।

— इसके बाद व्यासजी, ब्रह्माजी, शुक्रदेवजी, गोविंद स्वामीजी और शंकराचार्यजी के नाम, मंत्र से पूजा का आवाहन करें।

— फिर अपने गुरु की या उनका फोटो रखकर पूजा करें व उन्हें वस्त्र, फल, फूल व माला अर्पण कर यथा योग्य दक्षिणा दें और उन्हें प्रसन्न कर उनका आशीर्वाद प्राप्त करें।


राशि के अनुसार करें दान मिलेगा लाभ

मेष, कर्क, तुला और मकर राशि के जातक अपने गुरु को कल के दिन सफेद रंग के तोहफे दें जैसे वस्त्र, सफेद मिष्ठान, चावल, चीनी आदि।

वृषभ, सिंह, वृश्चिक और कुंभ राशि के लोग अपने गुरू को लाल रंग के तोहफे दें जैसे कपड़े, सेब, केसर, लड्डू आदि।

मिथुन, कन्या, धनु और मीन राशि के लोगों के लिए इस दिन अपने गुरू को पीले रंग के तोहफे देना शुभ रहेगा। जैसे कपड़े, चने की दाल, बेसन की बनी मिठाई आदि।


Vyasa Purnima - इसलिए मनाते हैं गुरु पूर्णिमा

माना जाता है कि आषाढ़ पूर्णिमा को महर्षि वेदव्यास का जन्म हुआ था। चूंकि गुरु वेद व्यास ने ही पहली बार मानव जाति को चारों वेद का ज्ञान दिया था इसलिए वे सभी के प्रथम गुरु हुए। इसलिए उनके जन्मदिवस के दिन उनके सम्मान में यह पर्व मनाया जाता है। इसे व्यास पूर्णिमा भी कहा जाता है।

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