
Orphaned daughters
आगरा। मां और बेटी दोनों की आंखें नम थीं। नानी के घर से विदा लेते वक्त बच्चे भी दुखी थे। हर्षोल्लास के साथ तीज उत्सव मनाने के बाद विदाई की घड़ी जो आ गई थी। जमाईयों के माथे पर तिलक व श्रीफल देकर और बच्चों व बेटियों को उपहार देकर उन्हें विदा किया गया। माधवी अग्र महिला मण्डल द्वारा दो दिवसीय बेटियों का मायका एवं विदाई समारोह का समापन आज लोहामंडी अग्रसेन भवन में वेटियों की विदाई के साथ हुआ।
तीज उत्सव मनाने आईं थी अनाथालय की बेटियां
कार्यक्रम में श्रीमद्दयानन्द अनाथालय की विवाहित 40 बेटियां अपने ससुराल से परिवार सहित व अनाथालय की अविवाहित 11 बेटियां तीज उत्सव मनाने के लिए पहुंची थीं। जहां गीत मल्हार, हाथों में मेहंदी और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित कर बेटियों के साथ मण्डल की बहनों ने तीज उत्सव मनाया। रात्रि निवास के दौरान बेटियों से मन की बात की। बच्चों के लिए विभिन्न प्रकार के गेम योजित किए। विदाई के मौके पर मण्डल की बहनों ने विदाई गीत (विदाई करने का मन नहीं करता, विदाई हम कैसे करें...) गाए। मण्डल की अध्यक्ष पुष्पा अग्रवाल, उपाध्यक्ष शशि अग्रवाल, महामंत्री ऊषा बंसल व संयोजिका आभा जैन ने जमाईयों के श्रीफल देकर तिलक किया। सभी बच्चों व बेटियों को उपहार दिए गए। इस अवसर पर मुख्य रूप से राजकुमारी बंसल, शोभना गोयल, रजनी गोयल, मीना ग्रवाल, सपना गोयल, वंदना अग्रवाल आदि उपस्थित थीं।
Published on:
10 Aug 2019 06:24 pm
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