बता दें कि गैंग ने 11 राज्यों में नशीली दवाओं की सप्लाई करने के लिए आगरा को ट्रांजिट प्वाइंट बनाया था। आरोप है कि आगरा के कई दवा कारोबारी इस गैंग के लिए दवाओं की खरीद और बिक्री कर रहे हैं। पुलिस ने रविवार को ही जनपद की एचबी साहिल, खैरगढ मेडिकल एजेंसी, खिन्नी गली पर छापा मारा था। इस दौरान संचालक अशोक गुप्ता से पंजाब पुलिस की टीम ने कई घंटे तक पूछताछ की थी।
इस मामले में अभी तक आगरा से तीन लोगों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है। पंजाब पुलिस ने आगरा गैंग के सरगना कमला नगर निवासी जितेंद्र अरोडा उर्फ विक्की और उसके भाई कपिल अरोड़ा, हॉकर नूरी दरवाजा निवासी गौरव को गिरफ्तार किया था। इनके अलावा पुलिस को अभी तीन और हॉकरों की तलाश है। दो दिन की पूछताछ के बाद पंजाब पुलिस चली गई है। हींग की मंडी चौकी प्रभारी राजकुमार ने बताया कि पंजाब पुलिस की पूछताछ में बताया कि फर्जी फर्म और आगरा गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है।
गोदाम से 15 करोड़ की दवाओं के नहीं मिले थे बिल गौरतलब है कि पुलिस की जांच में विक्की अरोड़ा के कमला नगर में दो गोदाम मिले थे। जिनमें से एक बिना लाइसेंस के ही चल रहा था। इस गोदाम में से करीब 12 करोड़ की दवाएं मिलीं। वहीं दूसरे में करीब तीन करोड़ की दवाएं थीं। इसमें से भारी मात्रा में नशे की दवाओं को पंजाब पुलिस जब्त कर अपने साथ ले गई थी। बताया जा रहा है कि इन सभी दवाओं के खरीद-बिक्री के बिल नहीं मिले हैं। जिसके चलते पुलिस ने इन गोदामों को सील कर दिया है।