यहां किया पाठ
अलीगढ़ और हाथरस से आए राष्ट्र स्वाभिमान दल नामक संगठन के कुछ कार्यकर्ता सोमवार को ताजमहल के मुख्य परिसर में पहुंचे। रॉयल गेट से प्रवेश के बाद बने रेड सैंड स्टोन प्लेटफार्म पर इन्होंने भगवान शिव की स्तुति में शिव चालीसा का पाठ करना शुरू दिया। यह देखते ही वहां कौतूहल शुरू हो गया। ताजमहल देखने आए विदेशी पर्यटक भी इस घटना को कैमरे में कैद करने लगे। जैसे ही यह बात वहां तैनात एएसआई के कर्मियों को पता चली तो हड़कंप मच गया। इसके बाद सीआईएसएफ के जवानों ने सभी कार्यकर्ताओं को पकड़ लिया।
जब्त कर लिए मोबाइल
सीआईएसएफ ने इन सभी जवानों के मोबाइल जब्त कर लिए और उसमें बनाए गए वीडियो डिलीट कर दिए। इसे लेकर जवानों और कार्यकर्ताओं में नोकझोंक भी हुई। हालांकि जब सीआईएसएफ ने उन्हें नहीं छोड़ा तो सभी हिंदूवादियों ने लिखित में माफीनामा दिया। इसके बाद उन्हें छोड़ दिया गया। हिंदूवादी संगठन के लोगों का कहना था कि ताजमहल एक शिव मंदिर हैं। वे सोमवार को यहां पूजा करने आए थे। जब सरकार शुक्रवार को नमाज के लिए ताजमहल खोल सकती है तो सोमवार को वे पूजा क्यों नहीं कर सकते हैं।
सीआईएसएफ ने इन सभी जवानों के मोबाइल जब्त कर लिए और उसमें बनाए गए वीडियो डिलीट कर दिए। इसे लेकर जवानों और कार्यकर्ताओं में नोकझोंक भी हुई। हालांकि जब सीआईएसएफ ने उन्हें नहीं छोड़ा तो सभी हिंदूवादियों ने लिखित में माफीनामा दिया। इसके बाद उन्हें छोड़ दिया गया। हिंदूवादी संगठन के लोगों का कहना था कि ताजमहल एक शिव मंदिर हैं। वे सोमवार को यहां पूजा करने आए थे। जब सरकार शुक्रवार को नमाज के लिए ताजमहल खोल सकती है तो सोमवार को वे पूजा क्यों नहीं कर सकते हैं।
इस बार ताज के अंदर घुसे
ताजमहल को तेजोमहालय बता कर यहां पहले भी आरती की गई है, पर ताजमहल के अंदर का यह पहला मामला सामने आया है। शिव सेना द्वारा ताज के पीछे आरती की जाती है। बता दें कि सीएम योगी आदित्यनाथ 26 अक्टूबर को आगरा आ रहे हैं। उनके आगमन से पूर्व यह मामला एक बार फिर गर्माने लगा है।
ताजमहल को तेजोमहालय बता कर यहां पहले भी आरती की गई है, पर ताजमहल के अंदर का यह पहला मामला सामने आया है। शिव सेना द्वारा ताज के पीछे आरती की जाती है। बता दें कि सीएम योगी आदित्यनाथ 26 अक्टूबर को आगरा आ रहे हैं। उनके आगमन से पूर्व यह मामला एक बार फिर गर्माने लगा है।