
सरकार ने पेंट से कम किया GST अब लाखों लोगों को मिलेगी ऐसी ट्रेनिंग जिससे विदेश में कर सकेंगे नौकरी
आगरा। भारतीय पेंट उद्योग आईपीए और पीसीएससी द्वारा कौशल विकास कार्यक्रमों में बड़े प्रयास की घोषणा की गई। प्रधानमंत्री कौशल विकास मिशन के तहत पेंट उद्योग अब पेंटर्स को ट्रेनिंग देगा, जिससे वे देश ही नहीं विदेश में भी नौकरी कर सकेंगे। वहीं पेंट उद्योग पर लगी जीएसटी की दर 28 से 18 प्रतिशत करने पर कारोबार पर भी प्रभाव पड़ेगा। शुक्रवार को एक होटल में 29वे इंडियन पेंट सेमिनार का उद्घाटन हुआ। इस दौरान पेंट कंपनियों के अधिकारियों ने बड़ी घोषणाएं कीं।
जीएसटी कम करने से आम आदमी को लाभ
आईपीए के प्रेसीडेंट अभिजीत रॉय ने बताया कि कौशल विकास हमेशा से उनकी कंपनियों की प्राथमिकताओं में रहा है। आईपीए और पीसीएससी के नेतृत्व में पेंट उद्योग ने देशभर में कौशल विकास के प्रयास किए हैं। उत्तर प्रदेश के कई शहरों में इसके तहत सेंटर्स पर लोगों को ट्रेनिंग दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार ने इस कारोबार पर पहले 28 प्रतिशत जीएसटी लगाया था लेकिन, अब इस पर 18 प्रतिशत किया है। पेंट हर आम आदमी की जरूरत में शुमार है। सरकार ने इससे जीएसटी को कम किया है, जिससे हर व्यक्ति को इसका लाभ मिलेगा। इस उद्योग पर अभी भी बहुत काम होना बाकी है। एस महेश आनंद ने कहा कि बड़ी संख्या में इस धंधे पर पेंटर्स है। करीब डेढ़ मिलियन लोग पेंटिंग में लगे हैं। इसलिए स्किल डवलपमेंट सेल बनाया गया है। अमूमन पेंटर्स को ट्रेनिंग नहीं मिलती है वे अपने बुजुर्गों से वे सीख लेते हैं। लेकिन, अब उन्हें ट्रेनिंग दी जा रही है। उन्हें सिखाया जा रहा है। वे देश में भी नौकरी कर सकते हैं और विदेश भी जा सकते हैं। प्रधानमंत्री के कौशल विकास मिशन में संस्था नए युवाओं को रोजगार के साधन मुहैया करा रही है।
दो दिन चलेगा सेमिनार
11 से 13 जनवरी तक ये सेमिनार चलेगा। इस बार इसकी थीम पेंट पर चर्चा नए आयाम रखी गई है। आज के उद्घाटन में नीता कर्माकर, अनुज जैन, पीके खन्न आदि मौजूद थे।
Published on:
11 Jan 2019 07:04 pm
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