
यूपी पुलिस
आगरा। यूपी में योगी सरकार द्वारा बदमाशों का खात्मा करने के लिए आॅपरेशन क्लीन चल रहा है। इसी आॅपरेशन क्लीन के सहारे कुछ पुलिसकर्मी पैसे लेकर किसी को भी टपका देने की बात करते हैं। एक स्टिंग जब ये खुलासा हुआ तो पुलिस महकमे में खलबली मच गई। एनकाउंटर की बात करने वाले एक थाने के इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर को निलबिंत कर दिया गया। वहीं एसएसपी ने इस प्रकरण में पूरी जांच एसपीआरए को सौंपी है। यदि जांच में ये पुलिसकर्मी दोषी पाए गए तो इनकी बर्खास्तगी भी हो सकती है।
एक इंस्पेक्टर, दो सब इंस्पेक्टर किए सस्पेंड
एक टीवी चैनल पर आॅपरेशन फेक एनकाउंटर दिखाया गया। इसमें बसई जगनेर थाना प्रभारी जगदंबा सिंह स्टिंग ऑपरेशन में एनकाउंटर करने के लिए खुलकर बात कर रहे हैं। उनका कहना है कि कप्तान के कहने पर सब कुछ होता है। वे कहें तो किसी को भी टपका दें। उन्हीं के थाने के सब इंस्पेक्टर बलवीर सिंह बैरक में बैठकर फर्जी एनकाउंटर की बात कर रहे हैं। पहले तो वे शूटर को सुपारी देने की बात कहते हैं। इसके बाद खुद ही बदमाश को टपकाने का ठेका लेने लगते हैं। तीसरा स्टिंग ऑपरेशन चित्रहाट थाने का है। यहां के सब इंस्पेक्टर सर्वेश कुमार भी फर्जी एनकाउंटर के लिए तैयार हो जाते हैं। वे तो बैंक डकैती, लूट और हत्या में फंसाने से का भी ठेका लेने की बात करते हैं।
एसएसपी ने दिखाए सख्त तेवर, जांच एसपीआरए को
इस मामले में इंस्पेक्टर जगदंबा सिंह, सब इंस्पेक्टर बलवीर सिंह, सब इंस्पेक्टर सर्वेश सिंह थाना चित्राहाट को सस्पेंड कर दिया गया है, एसएसपी अमित पाठक ने एसपीआर को जांच सौंपी है। वहीं यूपी पुलिस के डीजीपी भी इस मामले पर सख्त दिखे हैं। उन्होंने तीनों को सस्पेंड करने का आदेश भी दिया था। एसएसपी अमित पाठक का कहना है कि पुलिसकर्मी दोषी पाए गए तो इनकी बर्खास्तगी भी हो सकती है।
Updated on:
07 Aug 2018 10:21 am
Published on:
07 Aug 2018 10:00 am
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