
यमुना वाटर ग्रिड बना तो वृंंदावन से आगरा तक जलमार्ग के जरिए रोमांचक सफर तय कर होगा ताज का दीदार
आगरा। उत्तर प्रदेश के ऊर्जामंत्री और मथुरा से विधायक श्रीकांत शर्मा ने मथुरा-वृंदावन से आगरा तक यमुना के साथ 80 किलोमीटर की लंबाई में युमना वाटर ग्रिड बनाने की मांग की है। इस संबंध में ऊर्जामंत्री श्रीकांत शर्मा ने केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग, जल संसाधन मंत्री नितिन गडकरी को एक मांगपत्र भी सौंपा है। ऊर्जामंत्री का कहना है कि ब्रज में पेयजल समस्या के निदान, यमुना के शुद्धिकरण के लिए हो रहे कार्यों और यमुना के तटीयक्षेत्र में पर्यटन सुविधाओं के विकास के दृष्टिगत यह बड़ा कदम होगा।
ब्रज की बुझेगी प्यास
ऊर्जामंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि मथुरा-वृंदावन से आगरा तक यमुना के साथ 80 किलोमीटर की लंबाई में युमना वाटर ग्रिड बना दिया जाए तो इससे ब्रज 84 कोस में व्याप्त पेयजल समस्या का स्थायी निदान होगा साथ ही आगरा और मथुरा-वृंदावन में पर्यटन को भी काफी बढ़ावा मिलेगा। यमुना वाटर ग्रिड के अस्तित्व में आने से बरसात के मौसम में यमुना में बढ़ने वाले स्वच्छ जल को आगरा और मथुरा-वृंदावन के बीच बैराज के माध्यम से संग्रहित किया जा सकेगा। यमुना के इस जल से ब्रजवासियों के लिए प्रचुर मात्रा में मीठे पेयजल की व्यवस्था की जा सकेगी।
पर्यटन को लगेंगे पंख
ऊर्जामंत्री का कहना है कि यमुना वाटर ग्रिड ताजमहल देखने के लिए आगरा आने वाले देशी-विदेशी पर्यटकों और मथुरा-वृंदावन आने वाले श्रद्धालुओं को आगरा और मथुरा-वृंदावन के बीच आवागमन का एक रोमांचक विकल्प भी उपलब्ध कराएगा। ऊर्जामंत्री ने बताया कि वाटर ग्रिड बनने के बाद मथुरा-वृंदावन से आगरा की 80 किलो मीटर तक दूरी जलमार्ग से तय करने का एक रोमांचक विकल्प देने की मंशा है। यह योजना ब्रज क्षेत्र में पर्यटन की संभावनाओं के निए द्वार खोलने में निर्णायक सिद्ध होगी। विशेषकर आगरा में रात्रि विश्राम के लिए रुकने वाले पर्यटकों की संख्या में भी बढ़ोतरी होगी जिससे होटल व्यवसाय को पंख लगेंगे।
Updated on:
10 Oct 2018 05:23 pm
Published on:
10 Oct 2018 05:20 pm
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