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Ahmedabad: डिजिटल अरेस्ट कर बुजुर्ग से 25 लाख ऐंठे

चीन भेजे पार्सल में ड्रग्स मिली होने की बात कहकर डराया धमकाया, लगातार वीडियो कॉल चालू रखवाया, पावर बैंक भी खरीदवाई

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Cyber Crime

डिजिटल अरेस्ट कर ठगने का एक और किस्सा अहमदाबाद में सामने आया है। इस संबंध में पीडि़त राणीप निवासी 72 वर्षीय बुजुर्ग ने अहमदाबाद शहर साइबर क्राइम थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। यह घटना 20 दिसंबर से 25 दिसंबर के दौरान हुई। आरोपियों ने चीन में भेजे पार्सल में ड्रग्स मिली होने की बात कहकर आपने ही पार्सल भेजा है कहकर डरा धमकाकर 25.62 लाख रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर करा लिए। छह दिन तक लगातार वीडियो कॉल चालू रखवाते हुए डिजिटल अरेस्ट करके रखा। मोबाइल की बैटरी ना उतर जाए इसलिए पावर बैंक भी खरीदवाई।

एफआईआर के तहत पीडित बुजुर्ग को 20 दिसंबर की शाम चार बजे एक महिला का फोन आया था। उसने खुद का परिचय जीपीओ मुंबई कर्मी के रूप में देते हुए कहा कि आपने चीन में पार्सल भेजा है, उसमें ड्रग्स मिला है। उसे मुंबई कस्टम ने जब्त किया है। उसमें आपका आधारकार्ड जुड़ा है। बुजुर्ग के इनकार करने पर उसने कहा कि चीन में राजेश नाम के व्यक्ति को पार्सल भेजा है। उसमें 50 ग्राम एमडीएमए ड्रग्स मिली है। छह पासपोर्ट, पांच एटीएम भी मिले हैं। मुंबई साइबर क्राइम सेल में एफआईआर हुई है। फोन कनेक्ट करके देती हूं वहां जानकारी बतानी होगी।

वीडियो कॉल पर साइबर क्राइम डीसीपी बन धमकाया

महिला का फोन कट होते ही एक अन्य नंबर से बुजुर्ग को वीडियो कॉल आया उसमें व्यक्ति ने खुद को मुंबई साइबर क्राइम ब्रांच का जूनियर ऑफिसर संदीप डांगर बताया। बुजुर्ग ने कहा किचेहरा नहीं दिख रहा है तो ठग ने कहा कि साइबर क्राइम अपनी आइडेंटिटी जारी नहीं करती है, जिससे चेहरा नहीं दिख रहा, हमें आपका चेहरा दिख रहा है। फिर उसने चालू वीडियो कॉल पर किसी अन्य से बात कराई उसने खुद को डीसीपी बाल सिंह राजपूत बताते हुए अपशब्द कहे और डराया कि तुम्हारे विरुद्ध मनी लॉन्डरिंग का भी केस है। गिरफ्तार कर मुंबई लाएंगे और पासपोर्ट जब्त हो जाएगा, अमरीका में अपने बच्चों के पास नहीं जा पाओगे। ऐसा कर उसने सभी बैंक अकाउंट, एफडी की जानकारी ले ली। अकाउंट में जमा राशि की वैरिफिकेशन करानी होगी। इसके लिए राशि को आरबीआई के बताए अकाउंट में ट्रांसफर करने पर मजबूर किया।

वीडियो कॉल चालू रख बैंकों की एफडी तुड़वाई

आरोपियों ने कहा कि वीडियो कॉल किसी कीमत में कट नहीं करना है। सादा वर्दी में घर के बाहर दो व्यक्ति तैनात हैं। वीडियो कॉल चालू रखवाते ही बैंक में भेजा, एफडी तुड़वाई। मोबाइल की बैटरी ना उतरे इसलिए जबरन पावर बैंक खरीदवाई। डरे बुजुर्ग ने आरोपियों के बताए अनुसार बैंक में जाकर दो एफडी तुड़वाईं और बताए गए बैंक अकाउंटों में 25.62 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए।

टिफिन वाले के चेताने से बचे 4.50 लाख रुपए

आरोपियों ने 20 से 25 दिसंबर सुबह 10 बजे तक लगातार वीडियो कॉल चालू ही रखवाया। 25 दिसंबर की सुबह बुजुर्ग को खाने का टिफिन देने के लिए टिफिन वाला व्यक्ति करण पहुंचा। उसे बुजुर्ग ने यह बात बताई तो करण ने कहा कि पुलिस ऐसा नहीं करती है। यह फ्रोड लोग हैं। जिस पर बुजुर्ग ने वीडियो कॉल काटा। क्रिसमस की छुट्टी होने से एक अन्य बैंक की 4.50 लाख रुपए की एफडी नहीं टूट पाई, जिससे इतनी राशि बच गई।