28 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

अद्यतन तकनीक व कौशल आधारित शिक्षा से आत्मनिर्भर भारत बनेगा मजबूत: राज्यपाल

Ahmedabad, PDEU, Governor acharya devvrat, 3D Metal printer,vaghani -पीडीईयू में लेजर थ्रीडी मेटल प्रिंटर का शुभारंभ, एडिटिव मेन्युफैक्चरिंग एंड एडवांस मटीरियल्स 2021 कांफ्रेंस भी शुरू

less than 1 minute read
Google source verification
अद्यतन तकनीक व कौशल आधारित शिक्षा से आत्मनिर्भर भारत बनेगा मजबूत: राज्यपाल

अद्यतन तकनीक व कौशल आधारित शिक्षा से आत्मनिर्भर भारत बनेगा मजबूत: राज्यपाल

अहमदाबाद. राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि अद्यतन तकनीक और कौशल आधारित शिक्षा आत्मनिर्भर भारत को ज्यादा मजबूत बनाएगी।
वे सोमवार को गांधीनगर स्थित पंडित दीनदयाल एनर्जी यूनिवर्सिटी (पीडीईयू) में आयोजित एडिटिव मेन्युफैक्चरिंग एंड एडवांस्ड मटीरियल्स अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस 2021 के शुभारम्भ समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होने पीडीईयू में लेजर थ्रीडी मेटल प्रिंटर का भी शुभारंभ कराया।
उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी क्षेत्र में होने वाले नए-नए आविष्कार आर्थिक परिवर्तन के लिए महत्वपूर्ण साबित हुए हैं। ऐसे में आर्टिफिश्यल इंटेलिजेंस जैसी अनेक नवीनतम टेक्नोलॉजी के कारण मानवबल के उपयोग को सीमित कर महत्तम उत्पादन हासिल किया जा सकता है।
राज्यपाल ने एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग व थ्रीडी प्रिंटिंग को देश के लघु- मध्यम और बड़े उद्योगों के लिए उपयोगी बताया। उन्होंने गुजरात में सात इंजीनियरिंग कॉलेजों और टेक्नीकल इंस्टीट्यूट में थ्रीडी प्रिंटिंग सेंटर ऑफ एक्सलेंस की स्थापना के बारे में भी जानकारी दी।
शिक्षा मंत्री जीतूभाई वाघाणी ने थ्रीडी प्रिंटिंग को आज के समय की आवश्यकता करार देते हुए कहा कि टेक्नोलॉजिकली एडवांस होकर युवाओं को आत्मनिर्भर भारत के निर्माण को नई दिशा दी जा सकेगी। उन्होंने औद्योगिक क्षेत्र में इनोवेशन को आशीर्वाद समान बतलाया।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में पीडीईयू के महानिदेशक डॉ. सुन्दर मनोहर ने इंडस्ट्री रेडी टेक्नोलॉजी की हिमायत करते हुए क्लासरूपी लर्निंग के साथ स्कील बेज्ड लर्निंग पर भी बल दिया। इस तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस को भी महत्वपूर्ण बतलाया।
कार्यक्रम में शिक्षा राज्यमंत्री कुबेरभाई डिंडोर, मिश्र धातु निगम के अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक डॉ. एस. के. झा तथा न्युक्लियर फ्युअल कॉम्प्लैक्स (परमाणु ईंधन परिसर) के चेयरमैन एवं चीफ एक्जिक्यूटिव डॉ. दिनेश श्रीवास्तव सहित कई महानुभाव, विषय विशेषज्ञ उपस्थित थे।