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सुदामा सेतु का निर्माणकार्य अंतिम चरण में

 जन्माष्टमी तक पूर्ण होने की उम्मीद

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Pushpendra Rajput

Jun 22, 2015

RIL-Gujarat tourism

RIL-Gujarat tourism

जामनगर. केन्द्र सरकार ने द्वारका को हेरीटेज सिटी के रूप में विकसिक करने का आयोजन किया है।रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड एवं राज्य सरकार के पर्यटन विभाग, गुजरात पवित्र यात्राधाम बोर्ड आदि के सहयोग से पब्लिक प्राइवट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल के तहत द्वारका में 'लक्ष्मण झूलेÓ की तरह 'सुदामा सेतुÓ तैयार किया जा रहा है। भगवान द्वारकाधीश के जगतमंदिर एवं पंचनद तीर्थ को जोडऩे वाली पवित्र गोमती नदी पर तैयार हो रहे इस सेतु का निर्माण कार्य जन्माष्टमी (५ सितम्बर) तक पूर्ण होने की उम्मीद है।
सुदामा की कृष्णभक्ति एवं श्रीकृष्ण-सुदामा की मित्रता का प्रतीक सुदामा सेतु द्वारका तीर्थ में पवित्र गोमती नदी के किनारे पर स्थित पंचनद तीर्थ एवं जगत मंदिर को जोड़ेगा। 'सुदामा सेतुÓ का निर्माणकार्य रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की ओर से गुजरात सरकार के पर्यटन एवं पवित्र यात्राधाम विभाग के साथमिलकर पीपीपी मॉडल पर किया जा रहा है।पंचनद तीर्थ को स्थानीय भाषा में पंचकुई के रूप जाना जाता है।
इस स्थल का विशेष महत्व है। यह क्षेत्रसमुद्र तट पर है, जहां खारा पानी है, इसके बीच में पंचनद तीर्थ स्थित है। पांच पांडवों के साथ जुड़े यहां के पांच कुओं में पानी मीठा है।इसे द्वारकाधीश की ही कृपा कह सकते हैं, जहां पांच कुओं का पानी मीठा है। बाकी सब जगह खुदाई के दौरान खारा पानी ही निकला है। फिलहाल द्वारका आने वाले यात्री बोटों में बैठकर पंचनद तीर्थ के दर्शन करने के लिएजाते हैं। सुदामा सेतु का कार्य पूर्ण होने पर यात्री पैदल पंचनद तीर्थ पर पहुंच सकेंगे, जहां लक्ष्मी-नारायण देव का मंदिर स्थित है।
पंचनद तीर्थ को जोडऩे वाले इस पुल का शिलान्यास मई २०११ में तत्कालीन यात्राधाम विकास राज्यमंत्री जयनारायण व्यास के हाथों किया गया। सुदामा सेतु नामाभिधान के साथ २०१५ की जन्माष्टमी तक में इस १६६ मीटर लम्बे एवं २.४ मीटर चौड़े पदयात्री पुल का निर्माण पूर्ण हो जाएगा।रात को सेतु एलईडी प्रकाश में जगमगाएगा। सुदामा सेतु तैयार होने के बाद द्वारका के तीर्थयात्रियों की सुविधा एवं पवित्र दर्शनीय स्थलों की सूची में शामिल होगा। १६६ मीटर लम्बे एवं २.४ मीटर चौड़े सुदामा सेतु से एक साथ २५-३० हजार यात्री आवागमन कर सकेंगे।